मुंबई आग: दर्दनाक- जान बचाने के लिए टॉयलेट में घुसे, लेकिन दम घुट-घुटकर मरे
मुंबई के कमला मिल कंपाउंड में आग लगने से अब तक 14 लोगो की मौत हो चुकी है. 28 साल की खुशबू बंसल अपने जन्मदिन के जश्न में सराबोर थीं, तभी मनहूस आग ने इस खुशी पर मौत की बारिश कर दी.
मुंबई: जब देश के सबसे तेज़ भागते-दौड़ते शहर के लोग रुक रहे थे, ठहर रहे थे, नींद की आगोश में समा रहे थे, तभी मुंबई के पॉश इलाके लोअर परेल में आधी रात को मौत का तांडव शुरू हुआ. और इस तांडव ने 14 बेशकीमती जानें ले लीं. एक दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं.
28 साल की खुशबू बंसल अपने जन्मदिन की पार्टी में अपने करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ इस खुशी के पल को गुजलार कर रही थीं, जश्न में सराबोर थीं, तभी मनहूस आग ने इस खुशी पर मौत की बारिश कर दी.
मोजो रेस्टोंरेट में आग लगी और इस आग ने खुशबू बंसल के कई करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों को मौत की नींद सुला दिया. जब रेस्टोरेंट में आग लगी तो ये लोग जान बचाने के किए एग्जिट डोर की तरफ दौड़े, लेकिन वहां सामान रखा हुआ, निकले का रास्त बंद था. किसी मदद की उम्मीद करते, लेकिन तब तक रेस्टोरेंट के लोग भाग निकले, जान बचने की कोई सूरत न दिख टॉयलेट में जान की अमान समझी और वहां घुस गए... लेकिन मौत उनका पीछा कर रही थीं. टॉयलेट में धुआं घुसता गया और दम घुटने और जलने से मौत हो गई.
अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक 14 लोग मारे गए हैं जिनमें 11 महिलाएं हैं.
आइए जानते हैं कि अब तक बड़ी बातें:-
- मोजो रेस्टोंरेट में आग रात को 12.30 बजे लगी और ये आग दूसरे तीन रेस्टोरेंट में फैलने के साथ पूरी बिल्डिंग में फैल गई. दमकल विभाग की कड़ी मेहनत के बाद अब आग पर काबू पा लिया गया है.
- इस अग्निकांड में 14 लोग मारे गए हैं. मरने वालों में 11 महिलाएं और 3 पुरुष हैं. ज्यादातर मरने वाले खुशबू बंसल के रिश्तेदार और करीबी दोस्त हैं
- एक दर्जन से ज्यादा लोग इस अग्निकांड में जख्मी हैं जिनका केईएम और सियोन अस्पताल में इलाज चल रहा है. कई की हालत नाजुक बताई जा रही है
- सबसे दुख बात ये है कि इस नामी रेस्टोरेंट में आग बुझाने के यंत्र मौजूद नहीं थे
- इसके साथ ही इमरजेंसी एग्जिट डोर पर सामान रखा हुआ और इस तरह बाहर निकाले के रास्ते बंद थे.
- हताश और परेशान लोग आग से बचने के लिए टॉयलेट में घुसे, लेकिन वहां दम घुटने से उन लोगों की मौत हो गई
- टेरेस पर भी अवैध निर्माण किया गया था, लकड़ी और प्लास्टिक से टेरेस को कवर किया गया था, जिससे लोगों को भागने और धुआं से बचने का मौका नहीं मिला
- अब तक की जांच से पता चलता है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी
- सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. बीएसमी कमिशनर इस घटना की जांच करेंगे.
- इस दुखद घटना से पूरा देश सदमे में है. अनेक राजनेताओं ने इसपर दुख व्यक्त किया है.