Kangana Ranaut Hate Speech: विवादों वाली कंगना रनौत, जानिए कब-कब बिगड़े अदाकारा के बोल
Kangana Ranaut Hate Speech: आज कंगना ने कृषि कानूनों की वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले को शर्मनाक बताया है. जानिए हाल ही में कंगना के दिए वह बयान, जिनकी वजह वह विवादों से घिर गईं.
Kangana Ranaut Hate Speech: बॉलीवुड अदाकार कंगना रनौत को अब विवादों वाली कंगना कहा जाने लगा है. इसका कारण उनकी तरफ से हाल फिलहाल में दिए गए बयान है. कंगना ने कुछ दिन पहले ही एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में देश को 1947 में मिली आजादी को 'भीख' बताया था. कंगना के इस बयान पर जबरदस्त हंगामा हुआ और लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई. बावजूद इसके कंगना नहीं रुकी और तीन दिन बाद ही उन्होंने महात्मा गांधी को सत्ता का भूखा और चालाक बता दिया. आज कंगना ने एक बार फिर कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के फैसले को शर्मनाक बताया है. जानिए हाल ही में कंगना के दिए वह बयान, जिनकी वजह वह विवादों से घिर गईं.
सबसे पहले जानिए आज क्या कहा?
कंगना का ट्विटर अकाउंट तो संस्पेंड है, लेकिन वह इंस्टाग्राम स्टोरीज अपलोड करके लगातार जहरीले बयान दे रही हैं. कृषि कानूनों की वापसी पर पीएम मोदी के फैसले को शर्मनाक बताते हुए भड़की कंगना रनौत ने भारत को 'जिहादी राष्ट्र' बता दिया है. कंगना ने लिखा, ''अगर संसद में चुनी हुई सरकार के बदले सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया तो यह एक जिहादी राष्ट्र है. उन सभी को बधाई जो ऐसा चाहते थे.''
आजादी को बता दिया भीख
इससे पहले एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था, ''भारत को 1947 में आजादी नहीं बल्कि भीख मिली थी. भारत को 2014 में आजादी, जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी.'' कंगना के इस बयान पर काफी विवाद हुआ. इसके बाद कंगना ने अपनी सफाई में कहा, ''1857 स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई थी और सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों ने बलिदान दिया.1857 मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे नहीं पता, अगर कोई मुझे बता सकता है तो मैं अपना पद्मश्री लौटा दूंगी और माफी भी मांग लूंगी.''
महात्मा गांधी को बताया सत्ता का भूखा और चालाक
कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरीज में बापू को सत्ता का भूखा और चालाक बताया था. कंगना ने लिखा, ''स्वतंत्रता के लिए लड़ने वालों को उन लोगों ने अपने मालिकों को सौंप दिया, जिनमें अपने ऊपर अत्याचार करने वालों से लड़ने की ना तो हिम्मत थी ना ही खून में उबाल. ये सत्ता के भूखे और चालाक लोग थे. ये वही थे जिन्होंने हमें सिखाया अगर कोई तुम्हें एक गाल पर थप्पड़ मारे तो उसके आगे दूसरा गाल कर दो और इस तरह तुमको आजादी मिल जाएगी. इस तरह से आजादी नहीं सिर्फ भीख मिलती है. अपने हीरो समझदारी से चुनें.''
बता दें कि पद्मश्री पुरस्कार पाने के बाद कंगना ने हिंदुस्तान, उसके इतिहास उसकी आजादी को लेकर जो लगातार बयान दिए हैं, वैसा अगर वो किसी और देश में करतीं तो शायद इतिहास की समझ आ जाती, लेकिन कंगना ऐसे बयान देने, ऐसी टिप्पणियां करने के बाद भी हिंदुस्तान में चैन से रह सकती हैं, क्योंकि गांधी जी ने ही कहा था कि अगर कोई एक गाल पर थप्पड़ मारे तो दूसरा गाल आगे कर दो.