नई दिल्ली: कंगना रनौत ने सोमवार को एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए. इन ट्वीट्स में कंगना ने यह बताया है कि उनकी मां ने एक दलित बच्ची को गोद लिया था और उसका लालन पोषण कर 21 साल की उम्र में उसकी शादी कर दी.


कंगना ने ट्वीट किया, 'डियर फ्रेंड्स, बहुत लोगों ने मुझे दलितों पर होने वाले अत्याचार से जुड़ी खबरें टैग की हैं और कई ओवर स्मार्ट लोग जो भारत को सिर्फ इन्हीं न्यूज के माध्यम से जानते हैं, वे मॉर्डन इंडिया को लेकर मेरे विचार का मजाक उड़ाते हैं. ऐसे लोगों के लिए मैं अपने जीवन और मेरी बहन राजूदी जो इस फोटो में दुल्हन हैं, की कहानी साझा कर रही हूं.'






कंगना ने अगले ट्वीट में लिखा, 'मेरी मां की नई-नई शादी हुई थी, गांव में मनसा नाम की एक दलित महिला की दुर्दशा देखकर उन्हें बहुत दुख हुआ. उसकी तीन लड़कियां थीं लेकिन इनकम का कोई सोर्स नहीं था, जिसके बाद ससुराल वालों की मर्जी के खिलाफ मेरी मां ने उस महिला की सबसे छोटी बच्ची राजकुमारी को गोद ले लिया, उसे स्कूल भेजा और फिर कॉलेज भी भेजा.'






एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, 'राजू दी हमारे साथ बड़ी हुईं और 21 साल की उम्र में मां ने उनकी शादी भूमि जीजू से कर दी. वे चंडीगढ़ में रहते हैं, इस हफ्ते उनके बेटे भानू की शादी हुई, जब मुझे उस जोड़े की प्यारी सी फोटोज मिलीं तो मेरी मां ने कहा कि लड़की ब्राह्मण है, ये कभी किसी न्यूज में नहीं दिखाया जाएगा.'


वह लिखती हैं, 'दलितों के खिलाफ अत्याचार की जो बातें आप सभी मुझे टैग करते हैं, मैंने कभी उनका अनुभव नहीं किया, लेकिन फिर भी मैं आप पर भरोसा करती हूं, लेकिन जब मैं उस मॉर्डन इंडिया को आपके साथ शेयर करती हूं, जिसे मेरी मां ने मुझे दिया है, तो मुझे झूठा कहने वाले आप कौन होते हैं? वैसे ये बच्चे एकसाथ बहुत अच्छे दिख रहे हैं, कृपया उन्हें आशीर्वाद दें.'


एक और ट्वीट में वह कहती, 'कुछ बातें साफ करना चाहती हूं, जिन्हें पूरा गांव जानता  है, इन फैक्स्ट्स की जांच की जा सकती है और लोगों का इंटरव्यू भी लिया जा सकता है.'




  1. हमारे घर में राजू दी हमारी बहन की तरह रहती थीं.

  2. राजू दी शुरुआत में रसोई में मां की मदद करती थीं, अम्मा ने एक बड़ा काम किया और राजू दी से सभी को खाना परोसने लगीं.

  3. मां के इस काम की निंदा कुछ रिश्तेदारों ने की, लेकिन राजू दी के सामने किसी की कुछ कहने की हिम्मत नहीं हुई.

  4. मैंने कभी रंगोली को दीदी नहीं कहा, लेकिन पापा ने ये सुनिश्चित किया था कि हम राजू दी को दीदी कहें.

  5. रैंग्स और राजू दी बेडरुम को शेयर करते थे, जहां मुझे मेरी कम उम्र और गर्ल्स टॉक की वजह से जाने की अनुमति नहीं थी, ये वो भारत है जिसे मैं जानती हूं.


कंगना ने अंतिम ट्वीट में एक फोटो शेयर किया है, 'राजू दी की मां... हमारे पैतृक घर में मेरे साथ मनसा मौसी, वो मेरे लिए और घर के सभी बच्चों के लिए मां की तरह हैं, हमारे पैरेंस्टस ने हमें सिखाया है, मैं इसे पूरे भारत में प्रोत्साहित करना चाहती हूं, ना कि उस क्रूर रूढ़िवादी भारत को जिसे लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए महिमामंडित करते रहते हैं.' 


कंगना ने कहा था जातिवाद खत्म हो गया है
दरअसल कंगना ने पिछले दिनों अपने एक ट्वीट में कहा था कि भारत में जातिवाद खत्म हो गया है. इस ट्वीट में उन्होंने आरक्षण खत्म कर देने की बात कही थी.


 


कंगना ने लिखा था, 'आधुनिक भारतीयों ने जाति व्यवस्था को नकार दिया है, छोटे शहरों में भी हर कोई ये जानता है कि अब ये कानून-व्यवस्था द्वारा बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. हालांकि कुछेक के लिए ये दुखद खुशी से ज्यादा कुछ भी नहीं है, केवल हमारा संविधान आरक्षण के मामले में इसे पकड़े हुए है, इसे जाने दो. आओ इस बारे में बात करते हैं.'


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