Kangana Ranaut Summoned: विधायक राघव चड्ढा (Raghav Chadha) के नेतृत्व वाली समिति ने सोशल मीडिया पर कथित घृणित पोस्ट पर अभिनेत्री कंगना रनौत को तलब किया. कंगना रनौत को 6 दिसंबर को दोपहर 12 बजे समिति के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. विधायक राघव चड्ढा के नेतृत्व में शांति और सद्भाव संबंधी समिति ने अभिनेत्री कंगना रनौत को समिति के समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया. समिति को कई शिकायतें मिलीं, जिसमें उनके द्वारा पोस्ट की गई एक कथित आपत्तिजनक और अपमानजनक Instagram स्टोरी का पता चला.
शिकायतों में कहा गया है कि कंगना रनौत ने अपनी पोस्ट में सिख समुदाय को 'खालिस्तानी आतंकवादी' करार दिया है. शिकायतों के अनुसार, इस तरह की पोस्ट की सामग्री ने सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को गंभीर रूप से आहत किया है और उनकी सुरक्षा के साथ-साथ जीवन और स्वतंत्रता के बारे में उनके मन में आशंका पैदा की है. शिकायतकर्ताओं ने पीस एंड हारमनी कमिटी के अध्यक्ष विधायक राघव चड्ढा से इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान देने का आग्रह किया है, जिसमें कथित तौर पर उनके क्षेत्र की शांति और सद्भाव को बाधित करने की क्षमता है.
राघव चड्ढा ने लिया त्वरित संज्ञान
शिकायत की जांच करने के बाद, समिति ने अपने अध्यक्ष विधायक राघव चड्ढा के माध्यम से इस मुद्दे का त्वरित संज्ञान लिया है और इस प्रकार कंगना रनौत को 6 दिसंबर को दोपहर 12 बजे समिति के सामने पेश होने के लिए कहा है. शिकायत में उल्लेख किया गया है कि 20 नवंबर को, कंगना रनौत ने एक स्टोरी पोस्ट की थी, जिसमें लिखा था, ''खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार को घुमा सकते हैं. इन को अपनी जूती के नीचे क्रश किया था. इस देश को चाहे कितनी भी तकलीफें क्यों न हों. उसने अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया. लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए. उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी. आज भी उसके नाम से कामते हैं ये. इन्हें वैसा ही गुरु चाहिए.'
सिख समुदाय की धार्मिक भावना हुई आहत
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, सुश्री कंगना रनौत द्वारा कथित रूप से पोस्ट किए गए इन बयानों ने सिख समुदाय के लोगों की धार्मिक भावनाओं को बहुत पीड़ा, संकट और गंभीर रूप से आहत किया है, इस प्रकार संभावित रूप से दिल्ली के एनसीटी में शांति और सद्भाव में व्यवधान की स्थिति पैदा हो सकती है. कथित तौर पर पूरे समुदाय का अनादर करके और उक्त समुदाय के लोगों के जीवन और स्वतंत्रता के लिए कथित तौर पर धमकी देकर. एक शिकायतकर्ता के अनुसार, उसे दिन के उजाले में एक 'खालिस्तानी' भी कहा जाता था, जो न केवल उसके लिए चौंकाने वाला था, बल्कि उसके परिवार और खुद की सुरक्षा के बारे में उसके मन और दिल में वैध आशंकाएँ भी पैदा करता था.
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