शिवसेना और कंगना रनौत में तकरार के बीच बीएमसी ने कंगना रनौत के दफ्तर को तोड़ दिया था. इसके बाद कंगना रनौत ने बांद्रा के पाली हिल में अपने दफ्तर के कथित अवैध निर्माण को ढहाने की बीएमसी की कार्रवाई को चुनौती दी. और फिर बाद में इस कार्रवाई को रोक दिया गया. लेकिन अब विवाद और बढ़ता जा रहा है. कंगना ने कुछ समय पहले ही अपने ट्विटर अकाउंट पर बाला साहेब ठाकरे का एक पुराना वीडियो शेयर किया है.
इंडिया टीवी को दिए गए एक पुराने इंटरव्यू में बाला साहेब कहते हैं कि, चुनाव पर मुझे यकीन नहीं. मैं हूं इसलिए पार्टी अभी तक जिंदा है. वीडियो में वो साफ कहते हैं कि लोकतंत्र क्या होता है. मुझे इसपर विश्वास नहीं. ये सबकुछ गुटबाजी है. नाम अच्छा है लेकिन पार्टी को वोट मांगना पड़ता है.
एक और वीडियो में बालासाहब ठाकरे एनसीपी के साथ कभी हाथ नहीं मिलाने की बात कर रहे हैं. वह कहते हैं कि जिस आदमी ने अटल जी की सरकार को नीचे गिराया, वह उसके साथ हाथ कैसे मिला सकते हैं. बाला साहब आगे कहते हैं कि वह सस्ती राजनीति के लिए एनसीपी और शरद पवार से कभी हाथ नहीं मिलाएंगे. वहीं उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को विदेशी मूल का बताते हुए उनका विरोध किया था. लेकिन अब वही एनसीपी और कांग्रेस एक है.
इस पर अब कंगना ने पार्टी पर वार किया है. उन्होंने कहा कि, महान बाला साहेब ठाकरे मेरे सबसे पसंदीदा आइकन में से एक हैं, उनका सबसे बड़ा डर था किसी दिन शिवसेना गुटबन्धन करेगी और कांग्रेस बनेगी. मैं जानना चाहता हूं कि आज उनकी पार्टी की स्थिति को देखते हुए उनकी सजग भावना क्या है?
इससे पहले कंगना ने सोनिया गांधी और कांग्रेस को ट्वीट कर कहा कि, प्रिय आदरणीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी, एक महिला होने के नाते महाराष्ट्र में आपकी सरकार द्वारा किए गए काम से आपको पीड़ा नहीं हुई? क्या आप डॉ अंबेडकर द्वारा हमें दिए गए संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए अपनी सरकार से अनुरोध नहीं कर सकते?
आप पश्चिम में पली बढ़ीं हैं और भारत में यहां रहती हैं. आप महिलाओं के संघर्ष से अवगत हैं. जब आपकी खुद की सरकार महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है और कानून और व्यवस्था का मजाक बना रही है तो इतिहास आपकी चुप्पी और उदासीनता का न्याय करेगा. मुझे उम्मीद है कि आप हस्तक्षेप करेंगी.
इससे पहले कंगना ने एक ट्वीट पर महाराष्ट्र सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि, 'तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाजें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो.'
बता दें कंगना रनौत के मुंबई स्थित 'मणिकर्णिका फिल्म्ज' ऑफिस में कथित अवैध निर्माण को बीएमसी ने बुधवार को तोड़ दिया था. बुधवार को हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी. यह रोक गुरुवार दोपहर 3 बजे तक लगाई गई. हालांकि बीएमसी ने पहले ही अपनी कार्रवाई पूरी ली थी.
इस मामले में हाईकोर्ट में गुरुवार को भी सुनवाई हुई . हाईकोर्ट ने सुनवाई 22 सितंबर तक के लिए टाल दी. अदालत ने कंगना के दफ्तर को लेकर यथास्थिति बरकरार रखने के लिए कहा.