नई दिल्ली: महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि के मौके पर कांग्रेस पार्टी का अल्पसंख्यक विभाग एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है. इस कार्यक्रम में जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष और उपाध्यक्ष शेहला राशिद को बुलाए जाने को लेकर विवाद हो गया है. कांग्रेस के समर्थक माने जाने वाले धर्मगुरू आचार्य प्रमोद कृष्णण ने इसका खुलकर विरोध किया है. प्रमोद कृष्णण ने कहा है कि देशभक्त पार्टी के कार्यक्रम में ऐसे लोगों को बुलाना दुर्भाग्यपूर्ण है.


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्विटर पर लिखा, ''कांग्रेस “देशभक्तों” की पार्टी है, जिसने “आज़ादी” की जंग से लेकर,देश की “एकता” और “अखण्डता”के लिये अपने नेताओं का “बलिदान” दिया है. “भारत तेरे टुकड़े होंगे” जैसा नारा लगाने वालों को, कांग्रेस के “पावन” मंच पे बुलाया जाना बेहद “दुर्भाग्यपूर्ण” है.''





वहीं बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी कन्हैया कुमार को कांग्रेस के कार्यक्रम में बुलाने का विरोध किया है. स्वामी ने कहा, ''कांग्रेस के कार्यक्रम में कन्हैया कुमार और शेहला राशिद को आमंत्रित करने से मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं क्योंकि यह इसके असली चरित्र को दर्शाता है.''


उन्होंने कहा, ''कांग्रेस के देशद्रोहियों के साथ रिश्ते हैं. कांग्रेस ने ही हिंदू आतंकवाद शब्द दिया. उन्होंने सबूतों के बिना हिंदुओं को समझौता ब्लास्ट में फंसाने की कोशिश की. सभी पार्टियों को कांग्रेस से सावधान रहना चाहिए.''


क्या है कार्यक्रम?
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि के मौके पर कांग्रेस का अल्पसंख्यक विभाग ने आज दिल्ली के चिन्मया मिशन ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में के राजू, मनीष तिवारी, प्रियंका चतुर्वेदी और राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी शामिल होंगे. इसी कार्यक्रम में वक्ता के रूप में प्रोफेसर अपूर्वानंद, लेखक अशोक वाजपेयी, कन्हैया कुमार, शेहला राशिद और आरजेडी नेता मनोज झा को बुलाया गया है.