Kanjhawala Case Update: कंझावला केस में अंजलि की मौत के मामले की मुख्य गवाह निधि को लेकर आगरा के एक वकील ने दावा किया है कि वह ड्रग्स तस्करी के एक मामले में पहले गिरफ्तार की गई थी. मैंने निधि की जमानत कराई थी.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए आगरा के वकील मोहम्मद आसिफ आज़ाद ने बताया कि 6 दिसंबर 2020 को मुझसे दिल्ली के कुछ लोगों ने संपर्क किया. उन्होंने बताया कि एक लड़की आगरा में ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार हुई है. जिसका नाम निधि है. ये लोग तेलंगाना से रेल के माध्यम से कुछ सस्पेक्ट लेकर आए थे. बाद में पता चला कि वह सस्पेक्ट गांजा था.
वकील के अनुसार निधि के साथ दो लोग और थे. सभी के बैग में 10- 10 किलो गांजा था. अपने 161 के बयान में भी निधि ने बताया था कि किसी करियर के जरिये हम गांजे की सप्लाई करते हैं. वही, गांजा हम सिकंदराबाद से आगरा लेकर आए थे. यहां पर जीआरपी पुलिस ने हमें गिरफ्तार कर लिया.
जेल जाने पर मैंने कराई निधि की जमानत
मोहम्मद आसिफ आज़ाद ने बताया कि कुछ एविडेंस की कमी और लड़की होने के कारण निधि को दिसंबर में ही बेल दे दी गई थी. इस केस का आज भी ट्रायल चल रहा है. वकील ने बताया कि निधि ने कभी ट्रायल में सहयोग नहीं किया. हम इनकी हाजिरी माफी भी लगा रहे हैं लेकिन यह डेट पर नहीं आ रही हैं.
उन्होंने बताया कि निधि लगभग 1 साल से डेट पर नहीं आ रही हैं. हम काफी प्रयास कर रहे हैं. फोन लगाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन फोन नॉट रिचेबल आ रहा है. फोन के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.
बहुत रिक्वेस्ट करने पर आई थी निधि की मां
आसिफ ने आगे बताया कि लड़की के परिवार के लोग भी हम लोगों को सहयोग नहीं कर रहे. निधि के दोस्तों ने बताया गया था यह अपने परिवार की बात भी नहीं मानती है. बड़े आधुनिक खयालात की लड़की है. वकील ने कहा कि मैंने देखा था कि वह लगातार सिगरेट पीती रहती थी, अश्लील बातें करती थी. गाली-गलौज के साथ बात करना उसकी आदत में है. जमानत के दौरान बहुत रिक्वेस्ट करने पर निधि की मां आई थीं. फिर उसकी कस्टडी लेकर गई थीं.
नशे की हालत में रहती थी
मोहम्मद आसिफ आज़ाद ने बताया कि निधि को जब 10:30 बजे कोर्ट में हाजिर होना था तब वह 12:00 बजे तक गाड़ी में बैठी रहती थी. फिर नशे की हालत में आती थी और बोलती थी कि मैं सोई नहीं हूं. वकील ने आगे कहा कि अगर वह ऐसे ही तारीख पर नहीं आएंगी उसके खिलाफ कोर्ट नॉन बेलेबल वॉरंट जारी करेगा और उसको दोबारा जेल जाना पड़ सकता है.
मासूम बनकर बात करती थी
मोहम्मद आसिफ आज़ाद ने बताया कि केस डायरी में दीपक नाम के एक व्यक्ति का जिक्र है. लेकिन उसके बारे में मुझे नहीं पता. ना ही मैंने उसे कभी देखा है. उन्होंने आगे बताया कि केस के सिलसिले में मेरी निधि से एक दो बार पर्सनल बात हुई है. तब उसके बताया कि मुझे तो जॉब के लिए लोग लेकर आए थे. उसके बाद मेरे हाथ में एक बैग दे दिया. मुझे नहीं मालूम उस बैग में क्या था. हमेशा वह इनोसेंट बनकर बात करती थी.