Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला केस में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. पहले एक्सीडेंट... फिर दोस्त (निधि) का सीसीटीवी फुटेज... निधि का बयान... और आज पुलिस ने कहा कि मामले में 5 नहीं 7 आरोपी हैं. ये मामला दिन पर दिन गंभीर होता दिख रहा है.


वहीं, आज मृतका अंजलि का परिवार सड़क पर उतर आया और अब सुल्लतानपुरी थाने के बाहर धरने पर बैठ गया है. परिजनों का कहना है कि ये मामला एक्सीडेंट का नहीं ब्लिक हत्या का है और जब तक इस मामले में हत्या का केस नहीं दर्ज होगा वो वहां से नहीं उठेंगे.


हत्या का केस है, एक्सीडेंट नहीं... - परिजन


दरअसल, मृतका के परिजनों ने आज घर से सुल्तानपुरी थाने तक मार्च निकाला और इस दौरान उन्होंने आरोपियों को फांसी देने की बात की. मौके पर मौजूद एबीपी न्यूज़ की टीम से मृतका के परिजनों, रिश्तेदारों और इलाके के लोगों ने बातचीत की. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हत्या का केस दर्ज किया जाए. ये एक एक्सीडेंट नहीं बल्कि अंजलि की हत्या हुई है.


परिजनों में पुलिस के प्रति गुस्सा भी देखने को मिला. परिजनों ने कहा कि उन्हें पुलिस जांच पर विश्वास नहीं है. पुलिस इस केस को एक्सीडेंट का बताकर आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है.


आरोपियों को दी जाए फांसी- परिजन


मृतका के मामा ने एबीपी न्यूज से बात कर कहा कि निधि (मृतका की दोस्त) को सब पता था तो उसने पुलिस को पहले क्यों कुछ नहीं बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि निधि बहुत कुछ छिपा रही है और ये साजिश रची गई है. परिजनों ने मार्च के दौरान "अंजलि हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं..." "फांसी दो, फांसी दो" के नारे लगाए. 


5 नहीं 7 आरोपी


दरअसल, आज पुलिस ने कहा कि इस मामले में 5 नहीं बल्कि 7 आरोपी हैं. पुलिस अन्य दो आरोपियों की तलाशों में जुट गई है. पुलिस ने ये भी बताया कि इस मामले में 18 टीमें काम कर रही है. सभी पहलुओं पर जांच हो रही है.