Kanjhawala Case: जश्न के 'जल्लादों' का खूनी कबूलनामा, अंजलि कांड में शामिल एक आरोपी को क्या पहले से जानती थी निधि?
Kanjhawala Case: अंजलि कांड में मृतका के परिजनों ने दावा कर खूनी प्लानिंग के तहत मारे जाने की बात की है. साथ ही आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग रखी.
Kanjhawala Case: खूनी रात की जिस कहानी ने दिल्ली के लोगों को थर्रा दिया था. जिसके खौफनाक सस्पेंस में दिल्ली पुलिस भी उलझ कर रह गई है. मौत की उस कहानी में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है. खुलासा अंजलि कांड के दरिंदों का. जश्न के उन जल्लादों का जो अब तक पुलिस से झूठ बोल रहे थे. बार-बार यही कह रहे थे कि उन्हें कार के नीचे अंजलि के होने की कोई जानकारी नहीं थी लेकिन अब पहली बार पूछताछ में उन्होंने सच कबूला है.
सूत्रों के मुताबिक पहली बार दरिदों ने पुलिस के सामने ये कबूल किया है कि उन्हें गाड़ी में अंजलि के फंसे होने का पता था लेकिन इसके बाद भी उन्होंने कार नहीं रोकी. सिर्फ इसलिए कि गाड़ी रोकने पर उन्हें पकड़े जाने का डर था. हॉरर नाइट के हैवानों के इस खुलासे पर अब अंजलि के परिजनों आरोपियों के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं.
16 लाख में निधि ने खरीदा घर
अंजलि के परिजनों की मानें तो हॉरर नाइट के हैवानों ने अंजलि को अपनी खूनी प्लानिंग के तहत मारा है और इसलिए उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इसी बीच अपने बयानों से खूनी रात की कहानी को बेहद रहस्यमय बना देने वाली अंजलि की सहेली निधि भी अपने घर लौट आई है. कल रात 9 बजे पूछताछ के बाद जब निधि घर पहुंची तो महिला पुलिसकर्मी समेत दो जवान उसे छोड़ने घर तक आए थे. वहीं घर जिसे निधि ने सोलह लाख में खरीदा था और वो नवंबर में शिफ्ट हुई थी.
गांजा की तस्करी करते गिरफ्तार हुई थी निधि
बता दें कि अंजलि कांड की सबसे बड़ी गवाह निधि ने खूनी रात की जो कहानी सुनाई है. एबीपी न्यूज ने उसकी गहराई से पड़ताल की है. छानबीन के दौरान खुलासा हुआ है कि निधि ने वारदात वाली रात के कई सच को छुपाया है और इसलिए निधि पर शक गहराता जा रहा है. एबीपी न्यूज की तहकीकात में ही ये खुलासा हुआ है कि निधि दिसंबर 2020 में गांजा की तस्करी करते हुए रंगे हाथ पकड़ी गई थी. निधि को आगरा जीआरपी ने तीस किलो गांजे के साथ पकड़ा था. उस दौरान निधि को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था.
आरोपी दीपक को पहले से जानती थी निधि?
2020 में गांजे की तस्करी के आरोप में आगरा जीआरपी ने जब निधि को गिरफ्तार किया था तो उस वक्त वो गुनाह की ट्रेनी थी. तब उसे दीपक नाम के शख्स को गांजे की सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई थी. इत्तेफाक तो देखिए अंजलि कांड में भी एक आरोपी का नाम दीपक ही है. तो क्या ये दीपक वही है जिसे निधि गांजे की सप्लाई करती थी. क्या खूनी रात के इस आरोपी को निधि पहले से जानती है. मामले का सस्पेंस बढ़ता जा रहा है और इसके सच का खुलासा तो अब तभी होगा जब पुलिस इसकी गहराई से जांच करेगी.
7वें आरोपी को जमानत
फिलहाल दिल्ली पुलिस अंजलि कांड की सारी कड़ियों को जोड़ रही है लेकिन पुलिस की जांच कितनी लचर है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस केस में सरेंडर करने वाले सातवें आरोपी अंकुश को रोहिणी कोर्ट ने 20 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी है.
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