Kejriwal Government Help Anjali Family: दिल्ली के कंझावला इलाके में हुए सड़क हादसे में मरने वाली लड़की अंजलि के परिवार का अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार सहारा बनेगी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (03 जनवरी) मृतका के परिवार की पूरी मदद करने का ऐलान किया था. अब दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.


सिसोदिया ने दिल्ली सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है. उन्होंने कहा, "वह अपने परिवार की अकेली कमाने वाली थी. उसके परिवार को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे और उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का प्रयास किया जाएगा."


केजरीवाल ने किया मदद का वादा 


सीएम केजरीवाल ने मंगलवार (03 जनवरी) को पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने का ऐलान किया था. उन्होंने एक ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने ट्वीट में कहा था, "पीड़िता की मां से बात हुई. बेटी को न्याय दिलवाएंगे. बड़े से बड़ा वकील खड़ा करेंगे. उनकी मां बीमार रहती हैं. उनका पूरा इलाज करवाएंगे. पीड़िता के परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा देंगे. सरकार पीड़िता के परिवार के साथ है. भविष्य में भी कोई जरूरत हुई तो हम पूरा करेंगे."


 






पीड़ित परिवार से मिले भीम आर्मी चीफ


भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने भी मंगलवार (03 जनवरी) को पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. मृतका की मां से मिलने के बाद उन्होंने मीडिया से कहा था, "मैं दिल्ली पुलिस को बहुत अच्छा मानता हूं, लेकिन इस मामले में लापरवाही हुई है. अगर 31 दिसंबर की रात में भी सुरक्षा नहीं होगी तो आखिर सुरक्षा कब होगी? पुलिस ने हल्की धाराओं में मामले को दर्ज किया है. हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं."


बीजेपी पर कांग्रेस का हमला


कांग्रेस ने बीजेपी पर इस मामले को कमजोर करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मीडिया से कहा, "दिल्ली में लड़की के साथ दरिंदगी हुई. इस अपराध में शामिल एक व्यक्ति का नाम मनोज मित्तल है. कौन है मनोज मित्तल? मनोज मित्तल दिल्ली के मंगोलपुरी में BJP का सह संयोजक है. दिल्ली पुलिस BJP के इस नेता को बचाने के लिए मामले को कमजोर कर रही है."


ये भी पढ़ें-Delhi Kanjhawala Accident: पिता की मौत के बाद परिवार को संभाला, ब्यूटीशियन बनने का था सपना, कुछ ऐसी थी अंजलि की जिंदगी