Delhi Kanjhawala Anjali Case Update: दिल्ली के कंझावला कांड में पुलिस की जांच-पड़ताल जारी है. मृतका (अंजलि) के परिवार की डीसीपी से बात हुई है. बताया गया है कि पुलिस अधिकारी के साथ करीब 50 मिनट मुलाकात हुई. परिवार पुलिस की अब तक की जांच से संतुष्ट है. परिवार ने धरने को विराम दे दिया है.


अंजलि के परिवार का धरना खत्म


धरना खत्म करते हुए मृतका के परिवार ने कहा है कि केस में जब चार्जशीट फ़ाइल की जाएगी तो उनकी कोशिश होगी कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. इससे पहले परिजनों ने कड़ाके की ठंड के बीच सुल्‍तानपुरी थाने के बाहर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी. उनके आरोप थे कि उनकी बेटी का मर्डर हुआ है. 


अंजलि की मां का कहना था कि बेटी बहुत सारे कपड़े पहने थी, लेकिन जब उसकी लाश मिली तो वह पूरी तरह बिना कपड़ों के थी. वहीं, दिल्ली पुलिस के DCP हरेन्द्र सिंह का कहना है कि यह मामला लापरवाही में हादसे का है. कार द्वारा लड़की को कई किलोमीटर तक घसीटा गया था. इस हादसे से लड़की की लाश क्षत-विक्षत हो गई. उसके कुछ अंग मिले भी नहीं.


1 जनवरी की रात की है घटना


जानलेवा घटना 1 जनवरी की रात की है, जब अंजलि और उसकी एक दोस्‍त नई साल की पार्टी कर घर लौट रही थीं. रोड पर उनकी स्कूटी को टक्कर मारने के बाद एक कार अंजलि को सुल्‍तानपुरी से कंझावला तक करीब 12 किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गई थी. लाश मिलने के बाद मृतका (अंजलि) के परिवार ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का एक समूह सुल्‍तानपुरी थाने के बाहर धरने पर बैठा और मांग की कि मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) के तहत एफआईआर दर्ज की जाए. मृतका के परिजनों ने आरोपियों के लिए मृत्युदंड की भी मांग की थी. 


पुलिस ने 7 आरोपियों को पकड़ा


घटना के बाद दिल्ली पुलिस अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. जिनमें दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को घटना के संबंध में गिरफ्तार किया गया. वहीं, दो लोगों आशुतोष और अंकुश खन्ना को बाद में आरोपियों का बचाव करने के आरोप में पकड़ा. इनमें से 7वें आरोपी को कोर्ट से जमानत मिल गई.


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