Delhi Kanjhawala Case: कंझावला कांड के 5 नहीं 7 आरोपी, हत्या का केस नहीं बनता...दिल्ली पुलिस ने बताई जांच से जुड़ी हर बात
सागर हुड्डा ने बताया कि पांच आरोपी कस्टडी में हैं और उनके बयानों के आधार पर जो क्लू मिल रहे हैं उसको लेकर जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के बयानों में काफी चीजें अलग मिली हैं.
Kanjhawala Death Case: दिल्ली के कंझावला में 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात एक भयानक सड़क हादसा हुआ और अंजलि नाम की लड़की की मौत हो गई. इस मामले में पुलिस पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने मामले से जुड़ी अहम जानकारी दी. दिल्ली पुलिस के अधिकारी सागर पी. हुड्डा ने बताया कि अभी तक मर्डर का केस नहीं बन रहा है, क्योंकि मर्डर के लिए मोटिव चाहिए होता है और अभी तक की जांच में कोई मोटिव सामने नहीं आया है. उन्होंने ये भी बताया कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की 18 टीमें काम कर रही हैं. क्राइम सीन को भी अच्छे से विजिट कर चुके हैं.
सागर हुड्डा ने बताया कि पांच आरोपी कस्टडी में हैं और उनके बयानों के आधार पर जो क्लू मिल रहे हैं उसको लेकर जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपियों के बयानों में काफी चीजें अलग मिली हैं. अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी और सीडीआर के आधार पर ये पता चला है कि दो लोग और थे.
बयानों में हेरफेर
दिल्ली पुलिस ने कहा कि दीपक ने खुद को ड्राइवर बताया था, लेकिन गाड़ी अमित ड्राइव कर रहा था. दो लोग और इनवॉल्व थे. ये इनकी सहयोगी थे और उनको भी मामले में आरोपी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि हमारी टीम मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है.
'यौन उत्पीड़न का साक्ष्य नहीं मिला है'
सागर हुड्डा ने बताया कि सीसीटीवी की टाइमिंग के हिसाब से कॉल रिकॉर्ड के आधार पर कोई पुराना लिंक नहीं मिला है. इसी के साथ आरोपी और आईविटनेस में भी पुराना लिंक नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि ऐसी कोई चीज नहीं जो यौन उत्पीड़न को इंडीकेट करती हो.
'कस्टडी में लेने किए कोर्ट में पेश करेंगे'
उन्होंने ये भी कहा कि हमारे पास जो आरोपी हैं उनको दोबारा से कस्टडी में लेने के लिए पेश करेंगे. वहीं दो और आरोपी हैं जिनको गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है. इनका नाम आशुतोष और अंकुश खन्ना है. जल्द ही केस में चार्जशीट दायर की जाएगी.
निधि ने पुलिस को रिपोर्ट क्यों नहीं किया?
सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि निधि इस मामले में अहम गवाह है और हमने 164 के बयान दर्ज करवाए हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक ये है कि उसने पुलिस को रिपोर्ट क्यों नहीं किया, वो हमारे दिमाग में भी है. उन्होंने कहा, "हमने भी काउंसलिंग की है... कोई ट्रॉमा हो सकता है... सभी पहलुओं की जांच हो रही है. उसने अपमी मां को बताया... तो हम उसपर भी जांच करेंगे."
PCR के रिस्पॉन्स पर क्या बोले अधिकारी?
इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. मामले के चश्मदीदों ने बताया है कि पुलिस को समय पर सूचना दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. एक चश्मदीद ने कहा था कि पुलिस पीसीआर ने कोई एक्शन ही नहीं लिया. इन सवालों पर सागर पी. हुड्डा ने कहा कि पुलिस पीसीआर के रिस्पॉन्स पर पुलिस इंटरनली जांच कर रही है. अगर इसमें ह्यूमन एरर है तो जिनकी गलती है उनपर एक्शन होगा.
किस समय हुआ हादसा?
दिल्ली पुलिस ने हादसे का सही समय भी बता दिया है. पुलिस अधिकारी हुड्डा ने कहा कि ये हादसा 2 बजकर 4 मिनट और 2 बजकर 6 मिनट के बीच हुआ है, ऐसा मान लें कि 2 बजकर 5 मिनट पर हुआ है. अभी तक की जांच में ये सामने आया है. उन्होंने बताया कि जहां हादसा हुआ वो रास्ता हरियाणा की ओर जाता है और एरिया 10-12 किलोमीटर का है. हालांकि, बॉडी को कितनी दूर तक घसीटा गया, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है.
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