मुंबई: कांजुरमार्ग मेट्रो कार शेड के काम पर तत्काल प्रभाव से मुंबई हाईकोर्ट ने लगाई रोक के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार कांजुरमार्मग कारशेड के ख़िलाफ़ कोर्ट मे गई. महाराष्ट्र सरकार कांजुरमार्ग की 102 एकड़ जगहा पर मेट्रो 3, 4 और 6 लाइनों का कार शेड बनाना चाह रही थी जिसका फायदा अगले 100 साल के लिए हो सकता है.


सीएम उद्धव ठाकरे ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए विपक्ष से बिनती करते हुए कहा,  “कारशेड पर विवाद से लोगों के हित का नहीं है. इस प्रोजेक्ट का पूरा क्रेडिट मैं विपक्ष को देने के लिए तैयार हूं. इस मामले जल्द सुलझा लेने की विनती है. केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार साथ में बैठकर जल्द इस मामले का हल निकाले.”


आरे कॉलोनी में प्रस्तावित कारशेड को रद्द करने पर सीएम ठाकरे की सफाई


सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की जनता को संबोधित करते हुए साफ तौर पर कहा, “सरकार ने मेट्रो कार शेड 3 को आरे कॉलोनी में बनाने का फैसला लिया था, वह मैंने और मेरी सरकार ने इसलिए रद्द किया क्योंकि इस साइट पर केवल मेट्रो 3 का कार शेड ही बन रहा था और आने वाले वक्त में यहां पर जंगल की और जगह दूसरी लाइनों के लिए लगनी थी. लिहाजा इससे जंगल को बड़ा नुकसान होता इसलिए आरे कॉलोनी कार शेड को रद्द करने का फैसला लिया गया.”


बीजेपी का सीएम उद्धव ठाकरे पर हल्ला बोल


सीएम उद्धव ठाकरे ने भले ही जनता को फेसबुक लाइव के जरिए इस बात की जानकारी दी है कि उन्होंने आरे कार शेड से मेट्रो कार शेड को कांजुरमार्ग शिफ्ट करने का फैसला क्यों किया. लेकिन उन्होंने नियुक्त की हुई मनोज सोनिक कमेटी की रिपोर्ट में क्या बातें बताई गई है और क्या सिफारिश की गई है इसकी जानकारी उन्होंने जनता को नहीं दी. उन्होंने यह भी बताना मुनासिब नहीं समझा कि कमेटी की रिपोर्ट को किस आधार पर दरकिनार किया है.


बीजेपी नेता और मुंबई के प्रभारी अतुल भातखलकर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री जनता को आधी जानकारी देने का काम कर रहे हैं. कांजुरमार्ग कार शेड की जगह को लेकर केंद्र सरकार ही कोर्ट में गया ऐसा नहीं है. प्राइवेट डेवलपर भी कोर्ट का दरवाजा इससे पहले ही खटखटा चुका है. यह सब मालूम होने के बाद भी सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने ईगो के चक्कर में आरे कॉलोनी में प्रस्तावित कार शेड को कांजुरमार्ग शिफ्ट करने का फैसला किया, जिसे बॉम्बे हाई कोर्ट ने स्टे देते हुए सीएम और सरकार दोनों को बड़ा झटका दिया है.


फिर से लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं


मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी कहा है कि महाराष्ट्र में दोबारा लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू लगाने की कोई जरूरत नहीं है. कुछ लोगों की ओर से जरूर इस तरह की मांग सामने निकल कर आ रही है. लेकिन फिलहाल सरकार ऐसा कोई फैसला लेने नहीं जा रही. मुख्यमंत्री, “मेरी लोगों से और जनता से यही विनती है कि मास्क का इस्तेमाल जरूर करें अगले 6 महीनों तक मास्क पहनना आवश्यक होगा. जो लोग घर से बाहर निकलते वक्त अभी मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं वह अपनी और अपने परिजनों की जान खतरे में ना डालें. जानकार अभी यही सलाह दे रहे हैं कि कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए फिलहाल मास्क यह सबसे कारीगर हथियार है.”


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