कानपुर में जन्मे इस शख्स का अमेरिका में डंका, न्यूयॉर्क में 50 हजार लोगों को नौकरी देने का ऐलान
कानपुर में जन्मे भारतीय-अमेरिकी सीईओ संजय मेहरोत्रा पोस्ट में कहा, 'अगले दो दशकों में उनकी कंपनी सेमीकंडक्टर निर्माण में 100 अरब डॉलर का निवेश करेगी'.
हाल ही में भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बने. उनके इस पद पर आने के साथ ही भारत एक बार फिर चर्चा में आ गया. दरअसल भारतीयों ने ना केवल भारत में बल्कि दुनिया भर के राजनीतिक से लेकर कॉरपोरेट जगत में अपना लोहा मनवाया है. आज भारतीय कई ऐसी कंपनियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जो दुनिया की दिग्गज कंपनियां हैं.
ये कंपनियां आईटी, ग्रॉसरी, फार्मा समेत कई सेक्टर्स से जुड़ी हैं. इसी कड़ी में कानपुर में जन्में भारतीय-अमेरिकी सीईओ संजय मेहरोत्रा पोस्ट ने न्यूयॉर्क में 100 अरब डॉलर का निवेश की बात कही है. इसके अलावा उन्होंने न्यूयॉर्क में 50,000 नौकरियां पैदा करने का भी विजन साझा किया है.
दरअसल माइक्रोन टेक्नोलॉजी के भारतीय-अमेरिकी सीईओ संजय मेहरोत्रा ने न्यूयॉर्क में आने वाले 20 सालों में 100 अरब डॉलर के निवेश और हजारों नौकरियां देने का वादा किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर अपने एक पोस्ट में कहा कि, 'राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के दौरान माइक्रोन की भविष्य की योजनाओं पर बातचीत हुई, हमने इस मुलाकात के दौरान न्यूयॉर्क में सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए किए जाने वाले निवेश के बारे में बातचीत की.
भारतीय-अमेरिकी सीईओ संजय मेहरोत्रा ने अपने इसी पोस्ट में आगे कहा, 'मैं राष्ट्रपति बाइडेन से मिलने उन्हें कुछ माइक्रोन टीम से परिचित कराने और क्ले, न्यूयॉर्क में हमारे भविष्य को लेकर बातचीत करने के लिए पहुचां था. इस दौरान उनसे काफी अच्छे से बात हुई. अगले दो दशकों में 100 अरब डॉलर का यह निवेश अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर निर्माण सुविधा का निर्माण करेगा.'
शीर्ष कार्यकारी ने कहा कि आने वाले कुछ सालों में माइक्रोन टेक्नोलॉजीज न्यूयॉर्क में 50,000 नौकरियां पैदा करेगी और कार्यबल के निर्माण के लिए स्थानीय कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और सामुदायिक संगठनों के साथ साझेदारी करेगी.
सीईओ ने साझा किया अपना विजन
बता दें कि माइक्रोन टेक्नोलॉजी नैस्डैक-लिस्टेड कंपनी है जो इनोवेटिव मेमोरी और स्टोरेज सॉल्यूशन पर ध्यान केंद्रित करती है. मेहरोत्रा ने उस पोस्ट में अपना विजन शेयर करते हुए कहा कि वह न्यूयॉर्क को लीडिंग एज सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना चाहते हैं.
वहीं एक प्रेस रिलीज में माइक्रोन टेक्नोलॉजी नैस्डैक-लिस्टेड कंपनी ने कहा कि वह ग्रीन चिप्स कम्युनिटी इनवेस्टमेंट फंड में 250 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी, जिसमें न्यूयॉर्क से अतिरिक्त 100 मिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा, जिसमें स्थानीय, अन्य राज्य और राष्ट्रीय भागीदारों से 150 मिलियन डॉलर का निवेश होगा.
वहीं दूसरी तरफ हाल ही में न्यूयॉर्क की गवर्नर कैथी होचुल ने ट्वीट कर कहा कि माइक्रोनटेक और संघीय और स्थानीय भागीदारों के साथ हम कार्यबल विकास, आवास, शिक्षा और अधिक के लिए सेंट्रल न्यूयॉर्क में 500 मिलियन डॉलर का निवेश कर रहे हैं. होचुल ने कहा, हम न्यूयॉर्क में न केवल 50,000 नौकरियां लाएंगे बल्कि हम अपने समुदायों में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट भी करेंगे.
कौन हैं भारतीय-अमेरिकी सीईओ संजय मेहरोत्रा
मेहरोत्रा का जन्म कानपुर में हुआ था और उन्होंने दिल्ली के सरदार पटेल विद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की. 18 साल की उम्र में, मेहरोत्रा अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक और मास्टर दोनों डिग्री हासिल की. उन्हें बोइस स्टेट यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था, और उनके पास लगभग 70 पेटेंट हैं.
मेहरोत्रा सैनडिस्क कॉपोर्रेशन में एक लंबे और प्रतिष्ठित करियर के बाद मई 2017 में माइक्रोन में शामिल हुए, जहां उन्होंने 1988 में स्टार्ट-अप से लेकर 2016 में वेस्टर्न डिजिटल को इसकी अंतिम बिक्री तक कंपनी का नेतृत्व किया. सैनडिस्क से पहले, उन्होंने इंटीग्रेटेड डिवाइस टेक्नोलॉजी, इंक., एसईईक्यू टेक्नोलॉजी और इंटेल कॉरपोरेशन में डिजाइन इंजीनियरिंग पदों पर कार्य किया.
ये भी पढ़ें:
गणितज्ञ वशिष्ठ: बिहार की मिट्टी से निकला एक ऐसा शख्स जिससे हैरान था नासा!