व्यापारी Manish Gupta मौत मामले में CBI ने दाखिल की चार्जशीट, 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ लगाई गई हत्या की धाराएं
कानपुर (Kanpur) के व्यापारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta) की गोरखपुर में पिटाई से हुई मौत के मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है.
Kanpur Businessman Manish Gupta Death Case: कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में पिटाई से हुई मौत के मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस हत्याकांड को लेकर उत्तर प्रदेश में काफी हल्ला भी मचा था. सीबीआई ने तत्कालीन इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या, मारपीट, साक्ष्य छुपाने समेत अन्य धाराएं लगाई है.
सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी के मुताबिक, जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है उनमें गोरखपुर के रामपाल पुलिस थाने के तत्कालीन एसएचओ जगत नारायण सिंह, तत्कालीन उप निरीक्षक अक्षय कुमार मिश्रा, विजय यादव, राहुल दुबे, तत्कालीन हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव और कॉन्स्टेबल प्रशांत कुमार के नाम शामिल है.
इन लोगों के खिलाफ सीबीआई ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 34, 120-बी एवं 149 के साथ पठित धारा 302, 323, 325, 506, 218, 201 के तहत विशेष न्यायिक दंडाधिकारी ( Special Judicial Magistrate), लखनऊ (उत्तर प्रदेश) की अदालत में आज आरोप पत्र दायर किया.
सीबीआई ने उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध और भारत सरकार की अधिसूचना पर इस मामले में 2 नवंबर 2021 को मामला दर्ज किया था. इसके पहले यह मामला रामगढ़ ताल पुलिस स्टेशन, जिला गोरखपुर में दिनाँक 27.09.2021 को हुई मनीष गुप्ता की मृत्यु से सम्बन्धित उनकी पत्नी की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
इस मामले में आरोप है कि व्यापारी मनीष गुप्ता ने दिनांक 27.09.2021 को गोरखपुर के एक होटल के एक कमरा लिया, जो रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है. आरोप के मुताबिक दिनांक 27/28.09.2021 की दरमियानी रात करीब 12:00 बजे थाना प्रभारी दो उप निरीक्षकों और तीन अन्य पुलिस कर्मियों के साथ उक्त होटल के कमरे में घुसे और मनीष गुप्ता के साथ बदसलूकी करने लगे.
यह भी आरोप है कि मनीष गुप्ता के विरोध करने पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पहले एक विशेष जांच टीम का गठन किया था लेकिन बाद में इस मामले में हो-हल्ला मचने के बाद मामला जांच के लिए सीबीआई के पास भेज दिया गया था.
इस मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष समेत अनेक पुलिसकर्मी गिरफ्तार भी किए गए थे. मामले की जांच हाथ में आने के बाद सीबीआई ने मौके पर मौजूद गवाहों समेत फॉरेंसिक टीम से घटनास्थल का मुआयना कराया और तमाम सबूत एकत्र करने के बाद शुक्रवार को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत सीबीआई ने आरोप पत्र दायर किया.