लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया. विकास दुबे गुरुवार की सुबह महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुंचा था, उस पर सुरक्षा जवानों को शक हुआ और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके साथ दो साथी भी गिरफ्तार किए गए हैं. अबतक पिछले सात दिनों में पुलिस ने विकास समेत पांच आरोपी गिरफ्तार किए और उसके पांच गुर्गों को मार गिराया है.


कब-कब पुलिस ने की कार्रवाई
3 जून की रात विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडे और चचेरा भाई अतुल दुबे को पुलिस ने कानपुर एनकाउंटर में ही मार डाला था. इसके बाद बुधवार सुबह हमीरपुर एनकाउंटर में विकास दुबे के दाहिना हाथ माना जाने वाला अमर दुबे को मारा गिराया. आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में अमर दुबे का भी बड़ा हाथ था. इसके बाद आज (गुरुवार) विकास के साथी प्रभात को कानपुर के पनकी और बबुआ दुबे उर्फ प्रवीण को इटावा में एनकाउंटर में ढेर कर दिया. इस तरह अबतक विकास के पांच गुर्गे ढेर कर दिए गए.


विकास दुबे के दो करीबी दयाशंकर अग्निहोत्री और श्यामू बाजपेयी को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया था. आज विकास दुबे को भी उसके दो साथियों के साथ पकड़ लिया गया. इस तरह विकास समेत कानपुर एनकाउंटर के पांच आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त में है.


विकास दुबे कैसे गिरफ्तार हुआ
विकास दुबे गुरुवार की सुबह करीब 8 बजे महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुंचा. उसने सुरक्षाकर्मियों को अपने बारे में बताया और उनसे पुलिस को सूचना देने के लिए कहा. एक वायरल हुए फोटो में, दुबे को मंदिर परिसर के अंदर एक सोफा में आराम से बैठे देखा जा सकता है. उत्तरप्रदेश की पुलिस ने आधिकारिक रूप से विकास दुबे की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि कर दी है. मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गैंगस्टर की गिरफ्तारी का क्रेडिट लेने की कोशिश की. मिश्रा ने कहा, "हमारी पुलिस किसी को नहीं छोड़ती. हमारे जाबांज पुलिस जवानों से उसे धर दबोचा."



एक वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि विकास दुबे को जब पुलिस ने पकड़ा तो वह चिल्लाते हुए बताता है कि 'मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला.' विकास को कल फरीदाबाद में देखा गया था और वह आज पुलिस इनकाउंटर में मारे जाने से बचने के लिए उच्च सुरक्षा वाले महाकाल मंदिर पहुंच गया.


गैंगस्टर दुबे पर आरोप है कि पिछले शुक्रवार को उसने उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है. दुबे इस नरसंहार का एक नामजद आरोपी है.


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