लखनऊ: कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया है. विकास दुबे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो उज्जैन में महाकाल का दर्शन कर बाहर निकला था. विकास दुबे की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही थीं. बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास ने चिल्ला-चिल्ला कर बाताया कि वो 'विकास दुबे' है. इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्डों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी.


विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद सियासत भी शुरू हो गई है. गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि खबर आ रही है कि 'कानपुर-काण्ड' का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.





कांग्रेस ने भी उठाए सवाल
विकास दुबे के उज्जैन मध्यप्रदेश से गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने भी सवाल उठाते हैं. तिवारी ने कहा कि आखिरकार विकास दुबे वहां क्यों गया जहां बीजेपी की सरकार है? उन्होंने कहा कि वारदात के बाद विकास दो दिन तक शिवली में रहता है, लेकिन यूपी पुलिस गिरफ्तार नही कर पाती. विकास उसके बाद फरीदाबाद जाता है और फिर उज्जैन में गिरफ्तारी देता है.


तीनों राज्यों में बीजेपी की सरकार है, क्या बीजेपी शासित प्रदेश अपराध के लिए सेफ जगह हैं? इसके साथ ही प्रमोद तिवारी ने गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने दुर्दांत अपराधी को महज चार सिपाही गिरफ्तार करते हैं. उज्जैन में जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरा है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नही हो पाती. जबकि 10 घण्टे से ज्यादा वो एमपी में रहता है.

विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में मीडिया को बताया कि, 'मैं फिलहाल बता रहा हूं कि हमने दुबे को गिरफ्तार किया है, वह हमारी हिरासत में है' जब मिश्रा से सवाल किया गया कि क्या महाकाल मंदिर में गिरफ्तारी हुई, तो उन्होंने कहा, 'मंदिर के बाहर-अंदर को बीच में न लाएं पर उज्जैन में गिरफ्तारी हुई है' मिश्रा ने बताया कि वारदात होने के बाद से ही मध्य प्रदेश पुलिस को अलर्ट रखा था और इस मामले में पूरी निगाह रखी जा रही थी.


गौरतलब है कि, गुरूवार को विकास दुबे के दो साथी एनकाउंटर में ढेर हो गए. प्रभात मिश्रा पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया. प्रभात मिश्रा को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा विकास दुबे गैंग का एक और मोस्टवांटेड बबन शुक्ला भी इटावा में ढेर किया गया है.


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