कानपुर मुठभेड़: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे 4 दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर, 2.5 लाख का इनाम घोषित
कुख्यात अपराधी विकास दुबे के घर के बाहर हुए हमले में आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने की घटना के बाद पुलिस ने उस पर ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया है.
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में चार दिन बाद भी विकास दुबे पुलिस की गिरफ्त से दूर है. यूपी पुलिस ने विकास की तलाश में 40 टीमें गठित की हैं. इसके अलावा एसटीएफ भी अलग-अलग जगह दबिश दे रही है. यूपी नेपाल सीमा के अलावा यूपी-एमपी और यूपी-राजस्थान सीमा पर भी गश्त बढ़ा दी गई है. हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर अब पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके अलावा पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर उसके पोस्टर भी लगाए गए हैं. मामले में अब तक चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके है. सोमवार को तीन और पुलिस कर्मी निलंबित किए गए. शनिवार को चौबेपुर थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया था.
शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा ने मार्च महीने में ही एक चिट्ठी एसएसपी कानपुर को दी थी. उस चिट्ठी में साफ लिखा है कि आरोपी एसओ विनय तिवारी पर कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में बड़ी घटना हो सकती है. ऐसे में कानपुर पुलिस पर भी बड़ा सवाल बनता है कि आखिर क्यों सीओ की चिट्ठी के बाद भी विनय तिवारी पर कार्रवाई नहीं की गई. वहीं विकास दुबे पर इनाम राशि को बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दिया गया है.
पुलिस की सर्विलांस टीमें दुबे के करीबियों के मोबाइल का लगातार सर्विलांस कर रही हैं और उससे कोई भी नाता रखने वाला हर व्यक्ति पुलिस की राडार पर है. निलंबित होने वालों में उपनिरीक्षक कुंवरपाल, उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव हैं. ये सभी चौबेपुर थाने में तैनात थे. तीनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गयी है.
अबतक का अपडेट -
- सूत्रों के मुताबिक डीआईजी अनंत देव तिवारी की भूमिका पर जांच के आदेश दिए गए हैं. एक नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज़्यादा पत्र लिखे थे शहीद डिप्टी एसपी ने. अनंत तिवारी की भूमिका की जांच एडीजी कानपुर जोन करेंगे. डिप्टी एसपी की लिखित शिकायत के बावजूद एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी ने एसओ विनय तिवारी पर कोई कार्रवाई नहीं की थी. डिप्टी एसपी ने पशु तस्कर और रेप आरोपी को छोड़ने की भी एसएसपी से शिकायत की थी. डिप्टी एसपी की कॉल रिकॉर्डिंग और लेटर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया. वर्तमान में अनंत देव तिवारी डीआईजी एसटीएफ हैं.
- विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई के भी कानपुर के तत्कालीन SSP अनंत देव से गहरे संबंध थे. जय को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. उसके घर से लग्जरी गाड़ियां भी ज़ब्त की गई हैं. जय बाजपेई की बेटी की बर्थडे पार्टी में शामिल हुआ था विकास दुबे, जिसकी तस्वीरें सामने आई थी.
- यूपी के औरैया में रविवार को एक कार बरामद हुई थी. इस कार के मालिक अतुल दुबे का भी अबतक पता नहीं लग सका है. कानपुर देहात का अतुल पेशे से प्रोपर्टी डीलर है और रहता लखनऊ के गोमती नगर में है. ऐसे में इस कार का क्या रहस्य है, इसकी भी पड़ताल की जा रही है.
- विकास दुबे मामले में पुलिस की तफ़्तीश में जो सरकारी नंबर की एम्बेसडर कार मिली थी, उसको लेकर लखनऊ के विनीत पांडेय नाम के शख्स ने एफआईआर दर्ज कराई है. लखनऊ के कृष्णनागर थाने में दर्ज एफआईआर में विनीत पांडेय ने दावा किया है कि 2009 में नीलामी में उसने यह कार खरीदी थी लेकिन खरीदने के बाद विकास दुबे और उसके साथी उसके पास आए और जबरन कार छीनकर चले गए.
- एबीपी न्यूज की टीम लखनऊ के वृंदावन कॉलोनी स्थित विनीत पांडेय के घर पहुंची तो विनीत के घरवालों ने कहा कि उसकी तबियत खराब है, इसलिए वो बात नहीं कर सकता. घर से कोई बाहर तक नहीं निकला. घर के बाहर लगे नेम प्लेट में विनीत के किसी परिजन का भी नाम है, जो यूपी पुलिस में है. ऐसे में पुलिस अब इस बात की पड़ताल कर रही है कि आख़िर विनीत पांडेय ने जब कार ख़रीदी थी तो वो विकास दुबे के पास कैसे पहुंची और अगर विनीत पांडेय का दावा सही भी है तो क्या उसने पुलिस को इस बाबत सूचित किया था या नहीं. शक के आधार पर अन्य पहलुओं की भी लखनऊ पुलिस जांच कर रही है.
- अभिजीत सांगा ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि विकास दुबे हमेशा सत्ताधारी दल के नेताओं और विधायकों के साथ खुद को जोड़ लेता था. मेरे साथ उसके किसी तरह के सम्बंध नहीं है. किसी अपराधी के बयान को सत्य माना जाएगा या मेरे जैसे जनप्रतिनिधि की बात? मेरा और उसका विधानसभा भी अलग-अलग है. सांगा ने उनका नाम लिए जाने को लेकर बिठूर थाने में विकास दुबे के खिलाफ तहरीर दी है. 2017 का एसटीएफ जांच का वीडियो सामने आया है. वीडियो में विकास दुबे दो बीजेपी विधायकों भगवती प्रसाद सागर और अभिजीत सिंह सांगा के नाम ले रहा है.
- बिकरू कांड का अहम किरदार राहुल तिवारी और उसकी पत्नी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है. राहुल तिवारी वही शख्स है जिसकी एफआईआर पर पुलिस टीम विकास के घर दबिश देने गई थी. राहुल के मां-पिता का कहना है कि विकास के साथी जबरन जमीन कब्जाने पर आमादा थे और इसका विरोध करने पर राहुल को बुरी तरह पीटकर मारने का प्रयास किया था. परिवारवाले बता रहे हैं कि उनका बेटा और बहू घटना के बाद से ही लापता हैं. उन्होंने विकास से जान का खतरा होने की बात कही.
- लखीमपुर खीरी के इंडो नेपाल बॉर्डर पर भी पुलिस और एसएसबी के लोग सतर्क हैं और लगातार 120 किलोमीटर की सीमा रेखा पर चेकिंग कर रहे हैं. वही आस पड़ोस के गांव में भी तलाश की जा रही हैं. सभी आने-जाने वाहन की भी तलाशी ली जा रही है और बॉर्डर पर जगह-जगह गैंगस्टर आरोपी के फोटो चिपकाए गए है.
- मुठभेड़ में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा की बेटी वैष्णवी का कहना है कि वो अब पुलिस में भर्ती होगी और अपने पिता के हत्यारों को सजा देगी. वहीं देवेंद्र के रिश्तेदार केके दुबे का कहना है कि देवेंद्र के मोबाइल में ऐसी रिकॉर्डिंग मिली है जिससे पता चला कि ये साजिश है और एसएसपी ने खुद कांफ्रेंस में लेकर विनय तिवारी की बात की थी.
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