लखनऊ: कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया है. विकास दुबे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो उज्जैन में महाकाल का दर्शन कर बाहर निकला था. विकास दुबे की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही थीं. बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास ने चिल्ला-चिल्ला कर बाताया कि वो 'विकास दुबे' है. इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्डों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी.
महाकाल थाना पुलिस विकास दुबे को लेकर मौके से रवाना हो गयी. इससे पहले विकास दुबे के दो साथी एनकाउंटर में ढेर हो गए. प्रभात मिश्रा पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया. प्रभात मिश्रा को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था. इसके अलावा विकास दुबे गैंग का एक और मोस्टवांटेड बबन शुक्ला भी इटावा में ढेर किया गया.
प्रभात मिश्रा को बुधवार पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था. प्रभात को कोर्ट में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर लाया जा रहा था. पुलिस के मुताबिक कानपुर में पनकी के पास उसने एसटीएफ के पुलिस इंस्पेक्टर से पिस्तौल छीनी और भागने की कोशिश की. इसके बाद हुई मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया. प्रभात मिश्रा बिकरू गांव में पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल था. प्रभात ने पुलिस को जानकारी दी थी कि पुलिसकर्मियों की हत्या कर उसने और विकास दुबे ने दो पिस्टलें और कारतूस लूटने के बाद शिवली निकल गए थे.
बुधवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार प्रशांत कुमार ने कहा था कि कानपुर की घटना में जो लोग भी शामिल हैं पुलिस उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी. हम लोग अपने साथियों की शहादत को व्यर्थ नहीं हो जाने देंगे. जो भी कार्रवाई होगी वो विधिक होगी और ऐसी होगी कि दोषियों को हमेशा पछतावा होगा.
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