कानपुर कांड: विकास दुबे अब भी फरार, पुलिस ने उसके सहयोगियों के पोस्टर लगाए, 3 गिरफ्तार
यूपी पुलिस ने कानपुर में घटना को अंजाम देने वाले विकास दुबे के सहयोगियों के पोस्टर जारी किए हैं. साथ ही अब तक चार लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है.
कानपुर: कानपुर के बिकरू गांव में पिछले हफ्ते पुलिस पर घात लगाकर किए गए हमले का मास्टरमाइंड विकास दुबे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. हालांकि इस मामले में तीन और लोग गिरफ्तार किए गए हैं.
साथ ही पुलिस ने विकास दुबे के सहयोगियों के पोस्टर जारी किए हैं और दिखने पर पुलिस को सूचना देने की अपील की गई है. पोस्टर में 15 आरोपियों के नाम हैं. इससे पहले राज्यभर में विकास दुबे के पोस्टर लगाने का फैसला उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया और उसपर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर ढ़ाई लाख रुपये कर दी.
विकास दुबे का करीबी गिरफ्तार
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि बिकरू कांड मामले में विकास की एक करीबी रिश्तेदार क्षमा, विकास के पड़ोसी सुरेश वर्मा और नौकरानी रेखा को गिरफ्तार किया गया है . रेखा हाल ही में गिरफ्तार किए गए विकास के गुर्गे दयाशंकर अग्निहोत्री की पत्नी है.
उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि पुलिस पर घात लगाकर हमला करने वाले 17 अभियुक्त अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.
इस बीच, बीजेपी विधायकों भगवती सागर और अभिजीत सांगा ने आपराधिक मामलों में राहत दिलाने के विकास दुबे के दावों को गलत बताया है. दोनों ने मामले की जांच की मांग की है.
दरअसल, दुबे का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उसने वर्ष 2017 में एसटीएफ द्वारा पूछताछ में इन विधायकों का नाम लेकर कहा है कि वे दोनों उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों से उसका नाम हटवाते थे.
वीडियो में विकास कह रहा है कि बिल्हौर से बीजेपी विधायक भगवती प्रसाद सागर और बिठूर से इसी पार्टी के विधायक अभिजीत सिंह सांगा, जिला पंचायत अध्यक्ष और कई गांवों के प्रधान उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों से उसका नाम निकलवाने के लिए उसके पक्ष में शपथ पत्र देते थे.
गौरतलब है कि गत दो-तीन जुलाई की दरमियानी रात करीब एक बजे चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर उसके साथियों ने घात लगाकर हमला किया था. इस वारदात में बिल्हौर के पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र मिश्रा, तीन दारोगा और चार कांस्टेबल शहीद हो गए थे.
इस मामले में चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी, दरोगा कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव को निलंबित कर दिया गया है. उन पर पुलिस दल के दबिश देने के लिए जाने की सूचना विकास दुबे को देने का आरोप है.
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