Kanpur IT Raid: नोटबंदी के डर से 2000 की जगह 500 के नोट जमा करता था पीयूष जैन, 196 करोड़ की नकदी का लेखा जोखा समझिए
Kanpur IT Raid: दिलचस्प बात ये सामने आई है कि पीयूष जैन को इस बात की आशंका थी कि भविष्य में 2000 रुपए के नोट बंद हो जाएंगे, इसलिए उसने ज्यादातर नोट 500 रुपए के रखे थे.
IT Raid on Piyush Jain: उत्तर प्रदेश में कानपुर (Kanpur) के इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के घर से जो अकूल दौलत निकली है, उसमें से 196 करोड़ रुपये के नोट हैं. इसका खुलासा तो हो चुका है, लेकिन अब इस कैश वाले कुबेर को लेकर एक और दिलचस्प खुलासा हुआ है. 196 करोड़ का बड़ा हिस्सा 500 के नोटों का था. उसके बाद 2 हजार के नोट. इसमें दिलचस्प बात ये सामने आई है कि पीयूष जैन को इस बात की आशंका थी कि भविष्य में 2000 रुपए के नोट बंद हो जाएंगे, इसलिए उसने ज्यादातर नोट 500 रुपए के रखे थे.
पीयूष जैन के नोटों का पूरा हिसाब किताब एबीपी न्यूज़ के पास
कैशकिंग पीयूष जैन ने कितनी समझदारी के साथ नोटों का खजाना जमा किया था, उसका पूरा हिसाब किताब एबीपी न्यूज़ के पास है. पीयूष जैन के घर से मिली रकम में 29 लाख 38 हजार 5 सौ पीस नोट 500 रुपए के थे, जिसकी कीमत 146 करोड़ 92 लाख 50 हजार रुपए है. जबकि 2000 रुपए वाले एक लाख 72 हजार नोट थे, जिनकी कीमत करीब 34 करोड़ 40 लाख रुपये हुई. इस तरह इन दोनों को मिलाकर 180 करोड़ रुपये का आंकड़ा पहुंचता है तो इसके अलावा पीयूष जैन ने 200, 100, 50 और 10 की करेंसी में 16 करोड़ रुपये जमा कर रखे थे. इस तरह कुल मिलाकर ये रकम करीब 196 करोड़ तक पहुंचती है.
पीयूष जैन के कैश का हिसाब
नोट नोटों की संख्या कीमत
500 29,38,500 146,92,50,000
2000 1,72,000 34,40,00,000
टोटल- 180,40,00,000
अब तक कुल 196 करोड़ रुपये की नकदी सामने आ चुकी है
कैशकिंग पीयूष जैन के खजाने में अब तक कुल 196 करोड़ रुपये की नकदी सामने आ चुकी है, जिसमें से 177 करोड़ रुपये कानपुर के आनंदपुरी की कोठी से बरामद हुए हैं. जो चार कमरों में खुफिया अलमारियों में छिपाए गए थे. पहले कमरे की एक अलमारी में करीब 28 करोड़, दूसरी अलमारी में करीब 27 करोड़ के नोट बरामद हुए.
इसी तरह दूसरे कमरे की एक अलमारी में करीब साढ़े 26 करोड़ और दूसरी अलमारी में 28 करोड़ से ज्यादा के नोट मिले थे. जबकि तीसरे कमरे से करीब 68 करोड़ रुपए सीज किए गए. अलग-अलग कमरों से जो नोट निकले, उन्हें-अलग गिना गया है. साफ है कि ज्यादातर नोटों की गड्डियां 500 रुपये की थी.