विकास दुबे के एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों पर बोले कानपुर IG- पुलिस ने जान की बाजी लगाई, साहसिक मुठभेड़ थी
पुलिस के आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस एनकाउंटर में यूपी पुलिस के 4 जवान और एसटीएफ के 2 जवान घायल हो गए. यूपी पुलिस ने कहा कि विकास दुबे ने पुलिस पर जानलेना हमला किया था.
कानपुरः 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी और उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की एनकाउंटर में मौत पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. इस बीच यूपी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इन सवालों के जवाब में कहा है कि पुलिस टीम ने इस मुठभेड़ में अपनी जान की बाजी लगाई और इस खतरनाक अपराधी को ढेर कर दिया.
शुक्रवार 10 जुलाई की सुबह कानपुर के पास पुलिस की गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की थी. पुलिस के मुताबिक, उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल भी छीन ली थी और उससे पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में चली गोली लगने से उसकी मौत हो गई.
IG कानपुर ने दी STF को दी बधाई
इस घटना के बाद से ही विपक्षी दल लगातार एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इसे फिल्मी कहानी की तरह किया गया एनकाउंटर बताया जा रहा है, जिसकी आशंका पहले से ही जताई जा रही थी.
इस बीच कानपुर रेंज के पुलिस आईजी ने एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों के बाद पुलिस टीम का बचाव किया है. आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा, “ये काफी साहसिक मुठभेड़ हुई. पुलिस टीम ने अपनी जान की बाजी लगाई. STF की टीम को बधाई है.”
मायावती ने SC की निगरानी में की जांच की मांग
इस एनकाउंटर पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राज्य के 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों, अखिलेश यादव और मायावती ने भी सवाल उठाए. मायावती ने तो इसकी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की.
गुरुवार 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर करने वाले विकास दुबे को देर रात यूपी एसटीएफ की टीम कानपुर के लिए निकली. इस बीच शुक्रवार सुबह कथित तौर पर कानपुर सीमा में प्रवेश करने के कुछ ही देर बाद पुलिस की एक गाड़ी पलटी.
इसके बाद हुई मुठभेड़ में वो मारा गया. डॉक्टरों के मुताबिक, विकास को 4 गोली लगी, जिनमें सेे एक हाथ में और 3 सीने में लगी थी.
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