Kanpur Violence: कानपुर में जुमे की नमाज के दौरान भड़की हिंसा मामले को लेकर पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड जफर हयात (Zafar Hayat) को गिरफ्तार कर लिया है. जफर पर आरोप है कि उसने हिंसा से पहले भड़काऊ पोस्टर लगाए थे. इस मामले में पुलिस अब तक 35 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, साथ ही 500 से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया है. इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं.
परिवार ने कहा - वापस ले ली थी बंद की अपील
बताया गया है कि, पीएम मोदी और राष्ट्रपति कोविंद के दौरे को लेकर जफर हयात ने बंद की अपील की थी, साथ ही पोस्टर भी लगवाए थे. जिसके बाद लोगों की भीड़ जुटी और हिंसा फैलना शुरू हुआ. हालांकि परिवार ने तमाम आरोपों का खंडन किया है. परिवार ने कहा है कि पुलिस की मौजूदगी में हयात ने अपने बयान को वापस लेने का ऐलान कर दिया था. जो बंद की अपील की गई थी उसे वापस ले लिया गया था. परिवार का कहना है कि जफर हयात को फंसाया गया है. पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी ठीक तरीके से नहीं निभाई.
कैसे शुरू हुई हिंसा?
इस मामले को लेकर पुलिस पुलिस ने बताया था कि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रवक्ता नूपुर शर्मा की तरफ से हाल ही में टीवी पर एक कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जब एक समुदाय के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाकों में झड़पें हुईं. इन झड़पों में पुलिस कर्मियों समेत कम से कम 40 लोग घायल हो गए थे.
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