Kanpur Violence: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर शहर में हिंसा भड़ी जिसमें दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव जैसी घटनाएं सामने आयी. पुलिस ने मामले में अब तक 18 लोगों की गिरफ्तारी की है. वहीं, खास बात ये है कि हिंसा उस दौरान हुई जब कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) मौजूद थे. घटना पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रिमो मायावती ने दुख जताते हुए कहा कि ऐसे हालात में विकास और निवेश कैसे संभव?
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी के यूपी दौरे के दौरान ही कानपुर में दंगा व हिंसा भड़कना अति-दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण व चिन्ताजनक तथा पुलिस खुफिया तंत्र की भी विफलता का द्योतक. सरकार को समझना होगा कि शान्ति व्यवस्था के अभाव में प्रदेश में निवेश व यहां का विकास कैसे संभव? वहीं, एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि, सरकार इस घटना की धर्म, जाति व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वतंत्र व निष्पक्ष उच्च-स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना आगे न हो. साथ ही, लोगों से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तेजक भाषणों आदि से बचने की भी अपील.
दरअसल कानपुर के परेड चौराहे पर मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विरोध में दुकानों को बंद करवाना चाह रहे थे. इसके विरोध में विवाद पैदा हो गया और इस दौरान सड़क पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए. इसे काबू में करने के लिए कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि अब हालात सामान्य हैं.
सीएम योगी की नाराजगी
प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कड़े फैसले लेने वाले राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंसा को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. सीएम योगी के आदेश के बाद अब पुलिस विभाग आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट, उनकी संपत्ती जब्त और उसे ध्वस्त करने की तैयारी में लग गया है.
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