Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के आरोपियों की लगातार धरपकड़ जारी है. रविवार को 5 और आरोपियों की गिरफ्तार किया गया. कानपुर हिंसा में अब तक 29 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जबकि 36 लोगों को नामजद किया गया है. ATS को भी जांच में शामिल किया गया है. कानपुर हिंसा में अब तक गिरफ्तार सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है.


इस बीच, कानपुर हिंसा की जांच के लिए SIT गठित की गई है. पुलिस उपायुक्त संजीव त्यागी SIT की निगरानी करेंगे, जबकि जांच में ATS को भी शामिल किया गया है. वहीं कानपुर हिंसा की जांच PFI के एंगल से भी की जा रही है. इस मामले में समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे निजाम कुरैशी का नाम भी सामने आ रहा है लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. सीसीटीवी फुटेज से यह पता चला है कि बोतल में भरकर पेट्रोल लाया गया था. इसके साथ ही, कानपुर हिंसा में यह भी खुलासा हुआ है कि ऊंची इमारतों से भी पथराव किया गया था. 


कानपुर हिंसा में नया खुलासा


समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी समेत गिरफ्तार लोगों को रविवार को विशेष मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रमोद कुमार ने बताया कि सोमवार को अदालत के समक्ष आरोपी को 14 दिन की पुलिस हिरासत में लेने के लिए अर्जी दी जाएगी. उन्‍होंने बताया कि रविवार को पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारियों के साथ गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या अब तक 29 हो गई है, जबकि 100 से अधिक आरोपियों की पहचान हो चुकी है.


कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने कहा कि घटना की विधिवत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. उन्होंने कहा, "हम जांच करेंगे कि क्या उनका पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) के साथ कोई संबंध है, जिन्होंने उसी दिन मणिपुर और पश्चिम बंगाल को बंद करने का आह्वान किया था." मीणा ने कहा कि एसआईटी की निगरानी पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) संजीव त्यागी करेंगे, जिन्हें अपर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) ब्रजेश श्रीवास्तव, सहायक पुलिस आयुक्त (अनवरगंज) अकमल खान व कर्नलगंज के त्रिपुरारी पांडेय द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि साथ में एक पुलिस निरीक्षक और दो उपनिरीक्षक उनकी सहायता करेंगे.


कानपुर हिंसा को लेकर तेज हुई धरपकड़


उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के अपर पुलिस महानिदेशक नवीन अरोड़ा ने भी रविवार को कानपुर का दौरा किया और घटना की जांच कर रही पुलिस टीमों से बातचीत की. कानपुर के पुलिस आयुक्‍त ने कहा कि इनके संपर्क और संबंधों की जांच की जा रही है. मीणा ने कहा कि एसआईटी को सांप्रदायिक तनाव भड़काने वालों की पहचान करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से संबंधित दस्तावेज भी जफर हयात हाशमी के परिसरों की तलाशी के दौरान मिले.


कानपुर हिंसा में 40 घायल


मीणा ने आगे कहा कि मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सूफियान सहित गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से छह मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिन्हें शनिवार को हजरतगंज लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था. मीणा ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्तियों के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया खातों की छानबीन की जा रही है.


उन्होंने कहा कि पूरी तरह से वैज्ञानिक आधार पर साक्ष्य एकत्र करने के बाद कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे, हिंसा की घटनाओं में 40 लोग घायल हो गए थे.


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