Kanwar Yatra 2022: कावड़ यात्रा को लेकर गृह मंत्रालय का अलर्ट, यात्रियों पर हो सकता है आतंकी हमला, जारी किए ये दिशा निर्देश
Kanwar Yatra 2022: गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों को सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने का निर्देश दिया है.
Kanwar Yatra 2022: सावन का महीना शुरू हो गया है. सावन की शुरुआत के साथ ही भक्तों की कावड़ यात्रा भी शुरू हो गई है. इस दौरान अलग-अलग राज्यों में यात्रा के रास्ते पर भक्तों की सहूलियत के लिए कई इंतजाम किए जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
इस बीच गुरुवार को गृह मंत्रालय (MHA) ने कट्टरपंथी तत्वों से खतरे की आशंका जताते हुए राज्य सरकारों को कावड़ यात्रा करने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर कड़ी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. इंटेलिजेंस ब्यूरो के मिली जानकारी के आधार पर गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों को सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने का निर्देश दिया है.
रेलवे बोर्ड को भी खतरे को देखते हुए ट्रेनों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं. एडवाइजरी के मुताबिक कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए.
बता दें कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार यानी 14 जुलाई को हिंदू महीने श्रावण के पहले दिन कांवर यात्रा शुरू हुई, जिसमें भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में हरिद्वार पहुंचे. ये यात्रा पूरे दो के अंतराल के बाद हो रही है. कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो सालों से कावड़ यात्रा नहीं निकाली जा रही थी. अधिकारियों का मानना है कि इस साल के सावन में कम से कम चार करोड़ कांवड़िये हरिद्वार और पड़ोसी ऋषिकेश में पवित्र नदी का पानी लेने पहुंचेंगे.
जगह-जगह सुरक्षा के कड़े इंतजाम
वहीं दूसरी तरफ इन दोनों शहरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की आशंका को देखते हुए सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और सोशल मीडिया की निगरानी के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है. मेला क्षेत्र में बम निरोधक दस्ते और आतंकवाद निरोधी दस्ते भी तैनात किए गए हैं. लगभग 10,000 पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में विभाजित किया गया है. पुलिस ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों की भी चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी और किसी भी शिव भक्त को भाले और अन्य हथियारों के साथ शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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