नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भड़काऊ बयान देकर विवादों में आए बीजेपी नेता कपिल मिश्रा एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने जामिया में 15 दिसंबर को हुई हिंसा की तुलना 26-11 को मुंबई आतंकी हमले से की है. मिश्रा ने कहा है कि अगर कसाब लाइब्रेरी में घुस जाता तब उसे निर्दोष कहा जाता. बीजेपी के टिकट पर कपिल मिश्रा मॉडल टाउन से उम्मीदवार रहे थे.
जामिया में 15 दिसंबर को हिंसा की तुलना मुंबई हमले से
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, "अगर उस दिन कसाब भागकर गन समेत लाइब्रेरी में घुस जाता तो इनोसेंट कहलाता."
कपिल मिश्रा का ये बयान जामिया की तरफ से जारी वीडियो फुटेज के बाद आया है. फुटेज में दिखा है कि पुलिसकर्मी पुरानी रीडिंग हॉल में घुसकर छात्रों को लाठियों से पीट रहे हैं. जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी की तरफ से जारी फुटेज में 7-8 अर्ध सैनिक बलों के जवान और पुलिसकर्मी पुरानी रीडिंग हॉल में घुस कर मारते हुए दिखते हैं.
जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के बाद दिल्ली पुलिस का फुटेज
जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के वीडियो फुटेज के बाद दिल्ली पुलिस का भी सीसीटीवी जारी होने लगा है. दिल्ली पुलिस के वीडियो में लोग पत्थर उठाए हुए और चेहरे को ढंके हुए हैं. उन्हें पिछले दरवाजे से लाइब्रेरी में दाखिल होते देखा जा सकता है. दिल्ली पुलिस का दावा है कि वीडियो में दंगाई लोग हैं. दंगाइयों ने 15 दिसंबर को पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए लाइब्रेरी में शरण ले ली थी. वीडियो में लाइब्रेरी के कुछ छात्रों को पढ़ते हुए देखा जा सकता है जबकि कुछ लोगों का चेहरा ढंका हुआ है और उन्होंने अपने हाथों में पत्थर उठा रखे हैं. जैसे ही 15-20 लोग लाइब्रेरी के अंदर दाखिल होते हैं. उनमें से कुछ लोग टेबल को खींच कर लाइब्रेरी का गेट बंद कर देते हैं.
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