Delhi Pollution: सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली और एनसीआर में पटाखों पर पूरी तरह से बैन लगाया. इसके बावजूद भी दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े. यही वजह है कि एयर क्वालिटी अपने सबसे खराब स्तर पर पहुंच चुकी है. दिल्ली में सोमवार (13 नवंबर) की सुबह धुंध के साथ हुई है. दिवाली की रात हुई आतिशबाजी की वजह से पूरी दिल्ली पर धुंध की सफेद चादर बिछी हुई है. इससे मालूम चलता है कि अभी राजधानी में प्रदूषण का स्तर क्या है. 


हालांकि, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने दिवाली में पटाखे फोड़ने को लेकर कहा कि ये आजादी और लोकतंत्र की आवाज है. दिल्ली बीजेपी उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'दिल्ली वालों पर गर्व है. ये प्रतिरोध की आवाजें हैं, आजादी और लोकतंत्र की आवाजें हैं. लोग बहादुरी से अवैज्ञानिक, अतार्किक, तानाशाही प्रतिबंध का विरोध कर रहे हैं. दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.' 






टीएमसी सांसद ने बीजेपी नेताओं पर लगाया प्रदूषण का आरोप


वहीं, तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले ने दिल्ली की एयर क्वालिटी पर सवाल उठाया. टीएमसी सांसद ने बीजेपी सांसदों और मंत्रियों पर राजधानी के बीचोबीच पटाखों पर बैन होने के बावजूद उसका उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया. 






उन्होंने लिखा, 'पिछले 6 घंटों की लगातार आतिशबाजी के लिए दिल्ली (खासतौर पर पास में रहने वाले बीजेपी सांसदों और मंत्रियों) को धन्यवाद. जब सत्ताधारी दल के नेता ही राजधानी के बीचो-बीच इसका उल्लंघन कर रहे हों तो बैन लगाने का मतलब समझ में नहीं आता है. एक्यूआई 999 पर पहुंच गया है. इसके आगे तो मशीन भी कैलकुलेट नहीं कर सकती है.' उन्होंने कहा, 'आशा है कि लोगों को पीड़ा और संक्रमण से बचाने के बाद बीजेपी नेताओं के लिए त्योहार का यह मौसम थोड़ा और खुशनुमा हो जाएगा.'


यह भी पढ़ें: 8 सालों में दिवाली के बाद कब, कितनी प्रदूषित हुई दिल्ली, इस बार बेहतर या खराब, जानें