नई दिल्ली: एमसीडी चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में घमासान जारी है. कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटाया गया. कुमार विश्वास का समर्थन कपिल मिश्रा ने खुले आम किया था. सवाल उठ रहा है कि क्या इसकी वजह से उनकी छुट्टी हुई ?
अब दिल्ली के जल मंत्री के पद से कपिल मिश्रा की छुट्टी कर दी गई है. पद से हटाने के बाद जब इस बारे में कपिल मिश्रा से उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, ‘इस संबंध में उन्हें आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है.’’
वहीं, मंत्री पद से हटाए जाने के बाद कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा है, ''कल टैंकर घोटाले में बहुत बड़ा खुलासा करूंगा. आज इस बारे में केजरीवाल को जानकारी दे दी है. कल जनता से इसे साझा करूंगा. भ्रष्टाचार के खिलाफ खुली जंग कल सुबह से.''
राजेंद्र और कैलाश की एंट्री
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया है, ''एमसीडी चुनाव के वक्त आम आदमी पार्टी को पानी की समस्याओं को लेकर लोगों की काफी शिकायतें मिल रही थी. इसलिए सीएम केजरीवाल ने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने का फैसला किया है. अब कपिल मिश्रा की जगह कैलाश गहलोत ये पद संभालेंगे. वहीं एक अन्य पद के लिए राजेंद्र गौतम को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.''
कपिल को पद से हटाए जाने के तुरंत बाद आप नेता कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा है, ‘’देश और कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाता हूं कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ अंदर और बाहर आवाज़ उठाना जारी रखेंगे,परिणाम चाहे कुछ भी हो ! भारतमाता की जय.’’ मिश्रा कुमार विश्वास के करीबी माने जाते हैं. एमसीडी चुनाव के बाद भी कुमार विश्वास के बयान का मिश्रा ने समर्थन किया था.
कपिल ने दिया था कुमार विश्वास का साथ
एमसीडी चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कपिल ने विश्वास के बयान का समर्थन करते हुए कहा था पार्टी ईवीएम के कारण नहीं हारी है. कपिल ने कहा था, ‘’आत्मविश्लेषण का समय आ गया है. चाहे मोदी लहर हो या नहीं, यह स्पष्ट हो गया है कि लोगों ने हमें वोट नहीं दिया है. एमसीडी परिणाम को महज ईवीएम पर दोष मढ़कर नहीं देखा जा सकता है.’’
कपिल ने विधायक अमानतुल्लाह की विश्वास के साथ जुबानी जंग में भी विश्वास का साथ दिया था और अमानतुल्लाह को पार्टी से बाहर करने की मांग की थी.
इससे पहले साल 2015 के अगस्त महीने में कपिल मिश्रा ने दिल्ली जल बोर्ड टैंकर घोटाले की जांच की बात कही थी. दिल्ली के कानून मंत्री के तौर पर तब उनको कानून मंत्री के पद से भी हटाया गया था. उस दौरान कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी भी लिखी थी.
टैंकर घोटाले को लेकर एसीबी को पत्र लिखा
आज ही मिश्रा ने टैंकर घोटाले में पिछले एक साल से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीक्षा दीक्षित के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाबजूद कार्ऱवाई न होने का मामला उठाते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रमुख मुकेश मीणा को पत्र लिखा था. इस पत्र में कपिल ने शीला दीक्षित से पूछताछ में देरी पर निराशा जताते हुए उनसे तुरंत पूछताछ की मांग की थी.