कपिल मिश्रा इन सवालों से क्यों भाग रहे हैं? केजरीवाल की खामोशी का क्या मतलब हैं?
नई दिल्ली: अरविंद केजरीवाल सरकार की कैबिनेट से हटाए गए जल मंत्री कपिल मिश्रा के आरोप के बाद दिल्ली का सियासी पारा गरमा गया है. हालांकि, इस आरोप के बाद ऐसे कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब अब भी मिलने बाकी हैं.
शुक्रवार को कितने बजे की घटना थी ?कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को सीएम अरविंद के केजरीवाल को दो करोड़ कैश में दिए और सत्येंद्र जैन ने ये पैसे उनकी आंखों के सामने दिए. कपिल मिश्रा दिन तो बता रहे हैं, लेकिन समय पर चुप्पी साध जा रहे हैं.
ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब से कपिल मिश्रा कतरा रहे हैं. सवाल है कि जब पैसे का लेनदेन चल रहा था तब कपिल मिश्रा वहां पर क्या कर रहे थे? रकम दो करोड़ थी, इस नतीजे पर कपिल मिश्रा कैसे पहुंच गए?
किस रंग का सूटकेस था ?ABP न्यूज़ ने कपिल मिश्रा से पूछा कि पैसे खुलेआम दिए गए या सूटकेस में? और उस सूटकेट का रंग कैसा था? या किसी और चीज में रखकर पैसे दिए गए? इन सवाल पर कपिल मिश्रा चुप्पी साध गए.
अगला सवाल कि कौन से नोट थे? 500 और 2000 रुपये के नोट थे या कोई और नोट? और आखिरी सवाल कि ये आरोप तब क्यों मंजर-ए-आम पर आए जब उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने का एलान हुआ. जब अरविंद केजरीवाल का ये पहला मामला नहीं है तो आखिर दो साल तक चुप क्यों थे?
केजरीवाल खामोश क्यों हैं?
ऐसे में केजरीवाल की खामोशी भी कई सवाल खड़े कर रही है क्योंकि आंदोलन के दौरान बात-बात पर सत्ताधारी पार्टी को मीडिया में आकर बहस की चुनौती देने वाले अरविंद केजरीवाल...इतना बड़ा आरोप लगने के घंटों बाद भी आखिर खामोश क्यों हैं ? केजरीवाल की इस खामोशी के क्या मतलब निकाले जाएं. क्या सत्ता में आते ही आंदोलन के आदर्शवाद को गिरवी रख दिया है?