Mohan Bhagwat's Remarks: पीएम मोदी की 2 करोड़ नौकरियों के वादे का क्या? मोहन भागवत के बयान पर कपिल सिब्बल का वार
Kapil Sibal: भागवत ने पान की दुकान के मालिक का उदाहरण भी दिया था. उन्होंने कहा था कि बेरोजगारी के प्रमुख कारणों में से एक काम के लिए सम्मान की कमी है. अब कपिल सिब्बल ने भागवत से सवाल किया है.
Kapil Sibal On Mohan Bhagwat's Remarks: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को लोगों से नौकरियों के पीछे नहीं भागने के लिए कहा था. इसके बाद अब राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भागवत के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एक साल में दो करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ.
भागवत ने मुंबई में एक सार्वजनिक समारोह में कहा था कि देश 30 प्रतिशत से अधिक नौकरियां पैदा नहीं कर सकता है, जिनमें से 10 प्रतिशत सरकारी रोजगार लेते हैं और बाकी अलग-अलग कामों के लिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के काम चाहे वह शारीरिक हो या बौद्धिक, सम्मान दिया जाना चाहिए क्योंकि यह समाज के लिए किया जाता है. भागवत के अनुसार, बेरोजगारी के प्रमुख कारणों में से एक काम के लिए सम्मान की कमी है.
2 करोड़ नौकरियों के वादे का क्या?
आरएसएस प्रमुख के बयान को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सिब्बल ने सोमवार को ट्वीट किया कि "मोहन भागवत: 'सरकारी नौकरियों के पीछे मत भागो'. प्राइवेट नौकरियां कहां हैं भागवत जी? और उन 2 करोड़ नौकरियों के बारे में क्या जो मोदी जी ने वादा किया था !"
Mohan Bhagwat
— Kapil Sibal (@KapilSibal) February 6, 2023
Don’t “chase government jobs”
Where are the private jobs Bhagwat ji ?
And what about the 2crore jobs a year that Modiji promised !
'अच्छी कमाई के बावजूद किसान शादी के लिए कर रहे हैं संघर्ष'
भागवत ने बयान में एक पान की दुकान के मालिक का उदाहरण भी बताया था. उन्होंने कहा था कि उसने लगभग 28 लाख रुपये जमा किए. उन्होंने यह भी बताया कि भारत में कौशल की कमी नहीं है, लेकिन किसान अच्छी कमाई के बावजूद शादी करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि पिछले महीने, भागवत को सीपीएम नेता बृंदा करात ने आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए फटकार लगाई थी. आरएसएस चीफ भागवत ने कहा था कि मुस्लिम समुदाय 'आज के भारत में सुरक्षित' है. उन्होंने कहा, "सरल सत्य यह है - हिंदुस्तान को हिंदुस्तान रहना चाहिए."
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