कारगिल विजय दिवस: अपने खर्चे में कटौती कर राष्ट्रपति ने आर्मी हॉस्पिटल को दिया 20 लाख रुपए का दान
कोरोना महामारी से लड़ने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के सामने एक ऐसी मिसाल पेश की है. उन्होंने अपने और राष्ट्रपति भवन के कई खर्चों में कटौती करके पैसे की बचत करते हुए आर्मी हॉस्पिटल को दान किया है. जिससे की कोरोना महामारी से लड़ाई में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को मदद मिल सके.
नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के सामने एक ऐसी मिसाल पेश की है जो कम ही देखने को मिलता है. राष्ट्रपति ने अपने और राष्ट्रपति भवन के अन्य खर्चों में कटौती करके जो पैसे बचाए, उन्हें आर्मी हॉस्पिटल को दान किया है ताकि कोरोना महामारी से लड़ाई में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को मदद मिल सके.
कारगिल विजय दिवस पर दिया दान
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कारगिल विजय दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित आर्मी रिसर्च एन्ड रेफ़रल हॉस्पिटल को 20 लाख रुपए का चेक प्रदान किया. राष्ट्रपति ने हॉस्पिटल में कोरोना महामारी से लड़ रहे योद्धाओं की मदद के लिए मेडिकल उपकरण की ख़रीद के वास्ते ये दान दिया है. इस पैसे से आर्मी हॉस्पिटल के लिए PAPR ( Powered Air Purifier Respirator ) ख़रीदा जाएगा. इस उपकरण का इस्तेमाल ऑपरेशन थियेटर और अन्य जगहों पर साफ़ हवा दिए जाने के लिए हो सकेगा ताकि कोरोना के ख़िलाफ़ मेडिकल योद्धाओं को संक्रमण से बचाया जा सके.
खर्चे में कटौती कर जमा किए पैसे
इस दान की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने और राष्ट्रपति भवन के अन्य ख़र्चों में कटौती कर ये पैसे इकट्ठा किए हैं. कोरोना महामारी फ़ैलने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 14 मई को अपने और राष्ट्रपति भवन के ख़र्चे में 20 फ़ीसदी तक की कटौती के लिए क़दम उठाने का ऐलान किया था. इनमें एक क़दम ये था कि गणतंत्र दिवस और अन्य समारोहों में राष्ट्रपति द्वारा उपयोग के लिए लिमोजिन कार ख़रीदने की योजना भी रद्द करने का फ़ैसला लिया गया था.
एक साल तक हर महीने दार करेंगे सैलरी में 30 फ़ीसदी हिस्सा
इसके अलावा समारोहों में खाने और मेहमानों पर ख़र्चे और साज सज्जा में भी कटौती करने का फ़ैसला किया गया था. इतना ही नहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मार्च की अपनी सैलरी पीएम केयर्स फंड में दान करने और अगले एक साल तक हर महीने अपनी सैलरी में 30 फ़ीसदी की कटौती का भी फ़ैसला किया था.
कोरोना योद्धाओं का बढ़ेगा उत्साह
राष्ट्रपति भवन ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस क़दम से आर्मी हॉस्पिटल के फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ने में मदद मिलेगी. राष्ट्रपति देश की तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर होते हैं. बयान में उम्मीद जताई गई है कि राष्ट्रपति के इस क़दम से अन्य सरकारी संस्थाओं को अपने ख़र्चे में कटौती कर कोरोना महामारी से लड़ाई में लगे योद्धाओं को सहयोग और मदद करने की प्रेरणा मिलेगी.
इसे भी देखेंः लद्दाख के पास पाकिस्तान ने तैनात किए चीनी फाइटर जेट, स्कार्दू एयरबेस का पाक के वायुसेना प्रमुख ने किया दौरा
राजस्थान के मुद्दे पर सोमवार को देशभर में प्रदर्शन करेगी कांग्रेस, निशाने पर बीजेपी और राज्यपाल