Kargil Vijay Diwas : 26 जुलाई को कारगिल जंग की जीत को 25 साल पूरे हो जाएंगे. 1999 कारगिल और द्रास के पहाड़ों में ये भीषण जंग तीन महीनों तक लड़ी गई थी. इसमें देश के 527 जवान और अफसरों ने अपनी जान की कुर्बानी देते हुए पकिस्तान को धूल चटाई थी.  


इस जीत की 'रजत जयंती' मनाने के लिए कारगिल जिले के द्रास में भव्य समारोह आयोजित किए जा रहे हैं. ये कार्यक्रम  24 से 26 जुलाई तक का आयोजित किए जाएंगे. इस बार जीत का जश्न बेहद खास होने वाला है. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी द्रास के शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होंगे. 


लोगों में हैं उत्साह 


कारगिल निवासी मोहम्मद हुसैन ने कहा,  '25 साल पहले भारतीय सेना के साहस से मिली जीत की जयंती को मनाने के लिए हर साल देश भर से लोग कारगिल और द्रास आकर स्थानीय लोगों के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि देते है. लेकिन प्रधान मंत्री मोदी के कारगिल आने से यहां के लोग बहुत खुश है और उम्मीद करते है कि प्रधानमंत्री लद्दाख के विकास के लिए भी कुछ सौगात भी लाएंगे. 


बता दें कि कारगिल जंग के शहीदों को समर्पित भारतीय सेना द्वारा निर्मित कारगिल युद्ध स्मारक द्रास में स्थित है. तोलोलिंग पहाड़ी की तलहटी में स्थित यह स्मारक, कारगिल युद्ध के शहीदों की याद में बनाया गया था. 


सेना को सबसे ज्यादा यहां उठाना पड़ा था नुकसान


बटालिक निवासी गुलाम मोहम्मद ने बताया कि सेना को इस जंग में 70 प्रतिशत नुकसान उनके इलाके में उठाना पड़ा था, लेकिन जंग के बाद सब की नजर सिर्फ द्रास तक सीमित रह गई है. 


उन्होंने आगे कहा, 'सेना को सबसे ज्यादा नुकसान यहां पर हुआ था. यहां पर सबसे ज्यादा भीषण लड़ाई लड़ी गई थी. लेकिन सेना और सरकार दोनों बटालिक को भूल गए. अगर यहां पर भी सैनिकों का एक स्मारक होता तो टूरिस्ट यहां भी आते और हमारा भी विकास होता. 


सैनिक और अफसर हैं खुश


कारगिल जंग में शामिल होने वाले सैनिक और अफसर इस बात से खुश है कि पहली बार कोई प्रधानमंत्री 1999 जंग के मैदान में आकर विजय दिवस के मौके पर यहां सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे. पिछले 24 सालो में देश के राष्ट्रपति, सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री ही इस कार्यक्रम का हिस्सा बनते रहे हैं, लेकिन निर्वाचित प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम से दूर रहे हैं. 


जानें प्रधानमंत्री का कार्यक्रम 


प्रधानमंत्री पुष्पांजलि समारोह में भाग लेंगे. उसके बाद 'शहीद मार्ग' (वॉल ऑफ फेम) का दौरा करेंगे. PM मोदी आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करेंगे और कारगिल युद्ध की कलाकृतियों के संग्रहालय का निरीक्षण करेंगे. इस दौरान वो कारगिल युद्ध पर संक्षिप्त जानकारी हासिल करेंगे, जिसके बाद वो एक ग्रुप फोटो खिंचवाएंगे. ज्ञात कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री 'वीर नारियों' से भी बातचीत करेंगे और वीर भूमि का दौरा करेंगे, जहां शहीद सैनिकों के स्मारक बने हैं.