श्रीनगर: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने शुक्रवार को कारगिल युद्ध के 20 साल पूरे होने पर शहीद सैनिकों को यहां श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कारगिल विजय दिवस पर कश्मीर के बदामी बाग छावनी में थल सेना के 15वें कोर मुख्यालय में स्थित युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किये. राष्ट्रपति को आज सुबह द्रास वॉर मेमोरियल पर एक समारोह में भाग लेना था, लेकिन खराब मौसम के कारण वह वहां नहीं जा सके. थल सेना के 15 वें कोर मुख्यालय में राष्ट्रपति के साथ जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी मौजूद थे.


राष्ट्रपति ने आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर भी किये और लिखा, "कारगिल विजय दिवस की 20 वीं वर्षगांठ पर, मैं कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं. आज, हम अपने बहादुर सैनिकों के साहसिक कार्यों को याद करते हैं, उनकी जीत का जश्न मना रहे हैं और अपने महान राष्ट्र की सेवा में खुद को समर्पित करने के अपने संकल्प को दोहराते हैं."


बाद में राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, "कारगिल विजय दिवस पर, श्रीनगर के चिनार कोर (15 कोर) युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. भारत अपने सशस्त्र बलों के उन योद्धाओं का कृतज्ञ रहेगा, जिन्होंने करगिल युद्ध में भाग लिया और अदम्य वीरता का परिचय देते हुए हमारी संप्रभुता की रक्षा की. जय हिंद."





इसबीच, विजय दिवस मनाने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में जिला पुलिस लाइनों पर कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया. गौरतलब है कि "ऑपरेशन विजय" के तहत पाकिस्तान पर मिली भारत की जीत को हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारतीय सैनिकों ने 1999 में आज ही के दिन पाकिस्तानी थल सेना समर्थित घुसपैठियों को खदेड़ कर कारगिल सेक्टर में स्थित पर्वत चोटियों फिर से अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया था.


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