कारगिल युद्ध के हीरो सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप सड़क दुर्घटना में शहीद, लेह के पास हुआ हादसा
Subedar Major Tsewang Murop: कारगिल युद्ध के हीरो सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप एक सड़क हादसे में शहीद हो गए. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स कमांडर ने उनके घर जाकर संवेदना व्यक्त की.
Subedar Major Tsewang Murop Accident Death: कारगिल युद्ध के हीरो वीर चक्र से सम्मानित सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप लेह के पास बीती रात एक सड़क दुर्घटना में शहीद हो गए. रविवार (2 अप्रैल) को अधिकारियों ने ये जानकारी दी. फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली ने कारगिल युद्ध (Kargil War) के नायक के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
लेफ्टिनेंट जनरल राशिम बाली ने भारतीय सेना की ओर से सूबेदार मेजर के घर जाकर संवेदना व्यक्त की. राशिम बाली ने उनके पिता अशोक चक्र (सेवानिवृत्त) से सम्मानित नायब सूबेदार चेरिंग मुतोप सहित पूरे परिवार से मुलाकात की.
सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप को दी श्रद्धांजलि
फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया गया कि फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स को वीर चक्र से सम्मानित बहादुर सूबेदार मेजर त्सेवांग मोरुप के दुखद निधन पर गहरा अफसोस है. इस बीच, सेवारत और सेना के पूर्व जवानों ने सोशल मीडिया पर सूबेदार मेजर त्सेवांग मुरोप को श्रद्धांजलि दी है.
Fire and Fury Corps deeply regrets the sad demise of the Braveheart Sub Maj Tsewang Morup, Vir Chakra @adgpi @NorthernComd_IA https://t.co/fMxbVETVHP pic.twitter.com/Vj22Tkl45c
— @firefurycorps_IA (@firefurycorps) April 2, 2023
1999 में हुआ था कारगिल युद्ध
कारगिल युद्ध 8 मई, 1999 और 26 जुलाई, 1999 के बीच पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ लड़ा गया था. जो 1998 की सर्दियों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार करके भारतीय क्षेत्र में घुस गए थे और कई चौकियों पर कब्जा कर लिया था.
The Kargil Hero and Son of the Soil Bids Adieu 🇮🇳
— Major Pawan Kumar, Shaurya Chakra (Retd) 🇮🇳 (@major_pawan) April 2, 2023
We have lost Sub Maj Tsewang Morup, Vir Chakra, hero of Kargil War and son of Naib Subedar Chhering Mutup, Ashok Chakra, in a tragic accident.
Condolences to the most decorated family of the Country.
Rest in peace braveheart… pic.twitter.com/tNxzKiUYbU
युद्ध के दौरान, भारतीय सेना ने "ऑपरेशन विजय" के एक भाग के रूप में पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ दिया था और टाइगर हिल व अन्य चौकियों पर फिर से कब्जा करने में सफल रही थी.
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