बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस के निलंबित विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है और अब इनमें से 16 अयोग्य विधायक विधानसभा उपचुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, प्रदेश बीजेपी प्रमुख नलिन कुमार कतील और कर्नाटक के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव पी मुरलीधर राव ने इन विधायकों का पार्टी में स्वागत किया. बीजेपी का लक्ष्य उपचुनाव में 15 विधानसभा सीटों में से अधिकतर पर जीत दर्ज करने का है. इन सीटों पर उपचुनाव में इन विधायकों को ही पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. कर्नाटक में पांच दिसंबर को 15 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है.


बहरहाल, शिवाजीनगर से कांग्रेस के अयोग्य ठहराए विधायक आर रोशन बेग बृहस्पतिवार को बीजेपी में शामिल नहीं हुए. बीजेपी सूत्रों ने बेग को लेकर पार्टी नेतृत्व द्वारा ‘आपत्तियां’ जताए जाने का हवाला दिया. बेग के खिलाफ आईएमए पोंजी घोटाला मामले में जांच चल रही है. दिलचस्प यह है कि सात बार विधायक रहे बेग ने बुधवार को दावा किया था कि वह अन्य विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होंगे. सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कर्नाटक में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार द्वारा कांग्रेस-जेडीएस के 17 विधायकों को अयोग्य ठहराने के फैसले को बरकरार रखा लेकिन उनके उपचुनाव लड़ने का रास्ता साफ कर दिया.


कोर्ट ने आर रमेश कुमार के आदेश का वह हिस्सा निरस्त कर दिया जिसमें इन विधायकों को 15वीं विधानसभा के कार्यकाल के अंत तक के लिये अयोग्य घोषित किया गया था. कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 2023 तक है. अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस के जो विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं- उनमें प्रताप गौडा (मस्की), बी सी पाटिल (हिरेकेरूर), शिवराम हेब्बार (येल्लपुर), एस टी सोमशेखर (यशवंतपुर), बी. बासवराज (के आर पुरम), आनंद सिंह (विजयनगर), एन मणिरत्न (आर आर नगर), के सुधाकर (चिकबलपुर), एमटीबी नागराज (गोकक), महेश कुमारतली (अथानी) और आर शंकर (राणिबेन्नुर) शामिल हैं. जेडीएस के जो अयोग्य विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं उनमें- के गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट), ए एच विश्वनाथ (हुन्सुर) और के सी नारायण गौडा (के आर पेट) शामिल हैं.


होस्कोटे में बीजेपी के बागी और 2018 के विधानसभा चुनाव में हारने वाले उम्मीदवार शरथ बाचेगौडा ने उपचुनाव निर्दलीय लड़ने का फैसला किया है और जेडीएस ने भी उनका समर्थन करने का इरादा जताया है. कगवाड में पूर्व बीजेपीविधायक राजू कागेने पार्टी छोड़ने और कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया है. बता दें कि बीजेपी को सत्ता में बने रहने के लिए इन 15 में से कम से कम छह सीटों पर जीत की जरूरत होगी. इन विधायकों के प्रतिनिधित्व वाले 17 निर्वाचन क्षेत्रों में से 15 पर उपचुनाव होंगे जबकि मस्की और आरआर नगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव पर रोक है क्योंकि यह मामला हाईकोर्ट में लंबित हैं. इन 15 सीटों में से 12 सीटें कांग्रेस के पास और तीन जेडीएस के पास थीं.


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