Karnataka Election: कर्नाटक में केजरीवाल की कमी महसूस कर रहे AAP नेता-कार्यकर्ता, प्रदेश अध्यक्ष बोले- दिल्ली में बहुत कुछ हुआ है जिसके कारण...
Arvind Kejriwal: कर्नाटक चुनाव के लिए प्रचार सोमवार को थम जाएगा. AAP के चुनावी अभियान में अरविंद केजरीवाल की कमी पार्टी के लोगों को महसूस हो रही है. केजरीवाल ने चार मार्च को राज्य का दौरा किया था.
Karnataka AAP President Prithvi Reddy: आम आदमी पार्टी (AAP) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष पृथ्वी रेड्डी ने रविवार (7 मई) को कहा कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की कमी महसूस कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय राजधानी में काम से बंधे हुए हैं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार सोमवार (8 मई) को समाप्त होना है. AAP के चुनाव प्रचार में केजरीवाल अनुपस्थित हैं जिसमें पार्टी ने 209 सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. उन्होंने दावणगेरे से राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत करने के लिए चार मार्च को राज्य का दौरा किया था.
'केजरीवाल अब एक व्यक्ति नहीं, एक विचार हैं'
पृथ्वी रेड्डी ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हम अरविंद केजरीवाल की कमी महसूस कर रहे हैं, लेकिन यह एक भावनात्मक मुद्दा ज्यादा है. अरविंद केजरीवाल अब एक व्यक्ति नहीं हैं, वह एक विचार हैं. अरविंद केजरीवाल का विचार इस चुनाव में बहुत ज्यादा प्रबल है क्योंकि तीन अन्य दल 'आप' के विमर्श की नकल कर रहे हैं.’’
AAP नेता ने बताया क्यों नहीं आप पाए केजरीवाल
पृथ्वी रेड्डी ने कहा कि केजरीवाल की प्राथमिक जिम्मेदारी यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली के लोग 'पीड़ित न हों' क्योंकि पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल ने मार्च में कर्नाटक में चुनाव अभियान शुरू किया और तब से दिल्ली में बहुत कुछ हुआ है, जिसके कारण हमारे नेता बंधे हुए हैं. हमारे दो वरिष्ठ नेता (दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन) गिरफ्तार हो गए... इसलिए अरविंद केजरीवाल की प्राथमिक जिम्मेदारी अभी यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली के लोगों को किसी भी तरह से परेशानी न हो.’’
कर्नाटक में प्रचार करने वाले पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह और वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे और आतिशी शामिल हैं.
AAP कर्नाटक में कितनी सीट जीतने की उम्मीद करती है?
यह पूछे जाने पर कि पार्टी कर्नाटक में कितनी सीट जीतने की उम्मीद करती है, 'आप' के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इससे पहले जब हमने 2018 में कर्नाटक में चुनाव लड़ा था तो 'आप' सिर्फ एक विचार थी. उस अवधारणा का कोई सबूत नहीं था. ऐसे दावेदार होते हैं जो परीक्षा पास करने के लिए बैठते हैं. हमने सौ अंक प्राप्त करने की तैयारी की है. बहुत सारे काम जो हमने 2015 में शुरू किए थे वे तैयार स्थिति में नहीं थे या 2018 में परिणाम नहीं दिखा रहे थे. इसके अलावा हम 2018 में केवल 28 सीट पर लड़े, इस बार हम 209 सीट पर लड़ रहे हैं.’’
'तीन मुद्दों पर लड़ रही AAP'
'आप' के कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ने पर अन्य राजनीतिक दलों की टिप्पणी के बारे में रेड्डी ने कहा कि अन्य पार्टियां अपने जोखिम पर 'आप' को कम आंक रही हैं और पार्टी लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती है.
उन्होंने कहा कि 'आप' कर्नाटक में तीन प्राथमिक मुद्दों- भ्रष्टाचार, 'लापरवाही नहीं', शासन और किसानों के मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है. रेड्डी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ 40 फीसदी कमीशन का आरोप किसी राजनीतिक दल ने नहीं लगाया है, बल्कि राज्य ठेकेदार संघ, स्कूल एसोसिएशन ने लगाया है.