बेंगलुरू: कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम ने उस वक्त अजीबोगरीब मोड़ ले लिया जब कांग्रेस के विधायक जे एन गणेश की अपनी ही पार्टी के विधायक आनंद सिंह से कथित तौर पर झड़प हो गई. आनंद सिंह पार्टी विधायक गणेश के साथ एक कथित विवाद में घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं. इस बीच कांग्रेस विधायक आनंद सिंह की पत्नी ने रविवार को पार्टी विधायक जी एन गणेश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी.


आनंद सिंह की पत्नी ने कानूनी कार्रवाई की बात की
लक्ष्मी सिंह ने मुंबई से मीडिया के एक हिस्से से कहा कि अगर यह सच है कि गणेश ने मेरे पति के साथ मारपीट की है तो मैं और मेरे बच्चे चुप नहीं बैठेंगे और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. वह इस समय एक रिश्तेदार की शादी में भाग लेने के लिए मुंबई में हैं और जल्द ही उनके बेंगलुरु लौटने की संभावना है.


कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी के दोनों विधायकों के बीच झड़प की घटना शनिवार की रात शहर के उस रिजॉर्ट में हुई जहां कांग्रेस के विधायक शुक्रवार से ही जमे हुए हैं. मुख्य विपक्षी बीजेपी की ओर से कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिराने की कथित कोशिशों के कारण इन विधायकों को रिजॉर्ट में रखा गया है. गणेश कांग्रेस के उन ‘असंतुष्ट’ विधायकों में शामिल बताए जाते हैं जो कथित तौर पर बीजेपी में शामिल होने की योजना बना रहे पार्टी के असंतुष्ट विधायकों के संपर्क में हैं.


क्या है घटना
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक बल्लारी जिले के कम्पली विधानसभा क्षेत्र से विधायक जे एन गणेश के साथ हुई झड़प के बाद इसी जिले के होसपेट से विधायक आनंद सिंह को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. दोनों के बीच तीखी बहस हुई और फिर हाथापाई हो गई. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि आनंद सिंह की ‘आंखें काली पड़ गई हैं. उनके मुताबिक, आनंद ने छाती में बेचैनी की शिकायत की थी, लेकिन अब वह ‘ठीक’ हैं और वॉर्ड में हैं.


कांग्रेस ने बताया निजी मामला
कांग्रेस प्रवक्ता और निजामाबाद के पूर्व सांसद मधु गौड़ याक्षी ने बताया, ‘यह निजी मामला था, जिले से जुड़ा था. वे कारोबार में एक साथ हैं. इस झड़प का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है. वे एक ही जिले के हैं और उनके कारोबारी रिश्ते हैं. यह (झगड़ा) उसी से जुड़ा है. इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.’ याक्षी ने कहा कि उनकी मौजूदगी में दोनों विधायकों ने रात में खाना खाया और उस समय सब कुछ अच्छा था, लेकिन जैसे ही वह वहां से गए तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया.


बहरहाल, कांग्रेस नेता और कर्नाटक सरकार में वरिष्ठ मंत्री डी के शिवकुमार ने इन खबरों को खारिज किया कि आनंद सिंह पर हमला हुआ. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के सारे विधायक एकजुट हैं. शिवकुमार ने कहा, ‘‘किसी ने गुमराह किया है. कोई हमला नहीं हुआ. (सिंह के सिर पर) बोतल मारने की कोई घटना नहीं हुई. यह फर्जी खबर है. हर कोई साथ है. पूरी कांग्रेस एकजुट है.’’


बीजेपी ने साधा कांग्रेस पर निशाना
वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बीजेपी ने ट्वीट किया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केपीसीसी, इगलटन रिजॉर्ट में झगड़ा रोकने में नाकाम रही. हम उम्मीद करते हैं कि आनंद सिंह का इलाज कराया जा रहा होगा और हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं.’ बीजेपी ने कहा, ‘दुर्भाग्यवश अब दिनेश गुंडू राव (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) बीजेपी पर भी ठीकरा नहीं फोड़ सकते, क्योंकि विधायक तो उनकी निगरानी में इगलटन में ठहरे हुए हैं. अब आप कौन सा बहाना बनाएंगे?’



बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजुभाई वाला और विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से घटना की रिपोर्ट मांगने की अपील की है. येदियुरप्पा ने कहा कि घटना के लिए सिद्धरमैया जवाबदेह हैं और उन्होंने मांग की कि पुलिस सिंह के बयान दर्ज करे.


उन्होंने कहा, ‘‘एक रिजॉर्ट में कांग्रेस के विधायकों के बीच झड़प और उसके परिणाम स्वरूप आनंद सिंह को अस्पताल में भर्ती कराने की घटना से सभी 224 विधायकों का सिर शर्म से झुक गया है. राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को हस्तक्षेप करना चाहिए और उचित कार्रवाई के लिए घटना की रिपोर्ट मांगनी चाहिए.’’


कांग्रेस के चार विधायकों को नोटिस जारी
इस बीच, कांग्रेस ने पार्टी विधायक दल की अहम बैठक में हिस्सा नहीं लेने वाले अपने चार विधायकों को नोटिस जारी किया है. रविवार को अपने चार विधायकों को भेजे गए नोटिस में कांग्रेस ने जानना चाहा है कि शुक्रवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लेने पर उनके खिलाफ दल-बदल निरोधक कानून के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की जाए. कांग्रेस ने अपने शक्ति प्रदर्शन के उद्देश्य से विधायक दल की बैठक की थी.


कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने जिन विधायकों को नोटिस भेजा उनमें रमेश जरकीहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमताहल्ली शामिल हैं. इन चारों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था. विधायक दल की बैठक में इन चारों कांग्रेस विधायकों की गैर-मौजूदगी से राज्य की सात महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है. पार्टी ने चारों विधायकों को स्पष्टीकरण देने को कहा है.





वहीं कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कांग्रेस नेता ने बेंगलुरू में सुबह 11 बजे दूसरी सीएलपी बैठक बुलाई है और सभी विधायकों को इस बैठक में उपस्थित रहने के लिए कहा है.