(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कर्नाटक में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की करतूत कैमरे में कैद! मिड डे मील में पहले दिए बच्चों को अंडे बाद में लिए छीन
Anganwadi workers: कोप्पल जिले में गुंडूर आंगनवाड़ी की महिला वर्करों को एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें हेल्पर बच्चों की प्लेट से उबले अंडे वापस लेती नजर आ रही हैं. फिलहाल, दोनों को सस्पेंड कर दिए गया है.
Mid Day Meal: कर्नाटक के कोप्पल जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया गया. जब यह बात सामने आई कि उन्होंने मिड डे मील भोजन के दौरान बच्चों को अंडे दिए थे, लेकिन वीडियो बनाने और तस्वीरें खींचने के तुरंत बाद उनसे अंडे छीन लिए गए.
टीवी9 कन्नड़ की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना कोप्पल जिले के कराटगी तालुक के गुंडूर आंगनवाड़ी की है. जहां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लक्ष्मी और उनकी हेल्पर शाहनाज बेगम को एक वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद सस्पेंड कर दिया गया है, जिसमें महिला हेल्पर बच्चों की प्लेट से उबले अंडे वापस लेती नजर आ रही हैं.
महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने किया दौरा
इस दौरान महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने स्कूल के कर्मचारियों के साथ-साथ सामान्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी आदेश जारी किया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिला जज और विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सी. चंद्रशेखर की अध्यक्षता में जजों की एक टीम ने कोप्पल जिले में लगभग 53 आंगनवाड़ियों का दौरा किया. वहां के हालातों को देखकर सभी हैरान रह गए.
Eggs served to anganwadi children during meal, taken back after photo op 💔 pic.twitter.com/og7DSLhT2z
— Deepu (@deepu_drops) August 10, 2024
आंगनवाडी में रखी मेडिकल किट वर्कर के घर पर मिली
रिपोर्ट से पता चला है कि कई आंगनवाड़ियों में रजिस्टर में दर्ज बच्चों की संख्या, वास्तव में नामांकित बच्चों से ज़्यादा है. इसके अलावा, सफ़ाई एक बड़ा मुद्दा है, कई आंगनवाड़ी स्कूलों में दरवाज़े और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं तक मौजूद नहीं है. जबकि,कई सरकारी कागजात पर पेंसिल से लिखे हुए पाए गए. जब टीम ने उनसे पूछताछ की कर्मचारियों ने बताया कि उनके सीनियर अधिकारियों ने उन्हें पेंसिल से लिखने के लिए कहा था. इसके अलावा, आंगनवाड़ी में मौजूद प्राथमिक मेडिकल किट एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के घर पर मिली.
आंगनवाड़ी केंद्र में नहीं था बिजली तक का इंतजाम
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है कि कर्नाटक की आंगनवाड़ियों की ऐसी दयनीय स्थिति सामने आई है. दरअसल, जून (2024) में भी कर्नाटक राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (केएसएलएसए), बेंगलुरु ने राज्य द्वारा संचालित आंगनवाड़ियों में कई कमियों की ओर इशारा किया था. जब जून के महीने में केएसएलएसए अधिकारियों ने चार आंगनवाड़ियों का औचक निरीक्षण किया तो वे हैरान रह गए.
क्योंकि, जांच करने में पता चला कि इन केंद्रों में कई बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. उदाहरण के लिए, सरबंडे पाल्या के आंगनवाड़ी केंद्र में बिजली की आपूर्ति नहीं थी. जबकि, हरि कॉलोनी के आंगनवाड़ी केंद्र में पानी की आपूर्ति नहीं थी.
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