बेंगलुरु: कर्नाटक के उडुपी जिले से एक मिसाल पेश करती खबर सामने आई है, जहां एक आशा वर्कर ने एक गर्भवती महिला को आधी रात को अपने ऑटो रिक्शा में करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित सरकारी अस्पताल में सुरक्षित पहुंचाया और अगले ही दिन गर्भवती महिला ने उडुपी सरकारी अस्पताल में एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया.


पूरा मामला उडुपी के पर्णानकिला गांव का है. आशा कार्यकर्ता राजीवी को गुरुवार आधी रात को स्थानीय लोगों ने फोन कर बताया कि एक गर्भवती की हालत ठीक नहीं है और उसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है. मामले की गंभीरता को समझते हुए राजीवी खुद ऑटो चलाकर महिला के घर पहुंचीं और वहां से उसे ऑटो में ही अस्पताल ले गईं. राजीवी के पास खुद का ऑटो है, जिसका इस्तेमाल वह निजी व आर्थिक जरूरतों के लिए करती हैं.


उनकी इस मानवीय संवेदना के लिए खुद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी ट्वीट कर उनके इस कदम को सराहा है. वेंकैया नायडू ने कहा कि राजीवी की सेवा अभिनंदनीय है. उनका यह मानवीय संवेदना अनुकरणीय है. वे शेष समय में ऑटो चला कर गर्भवती महिलाओं को सेवा प्रदान करती हैं. ईश्वर उनके प्रयासों को आशीर्वाद दें. आपको बता दें कि राजीवी पर्णानकिला ग्राम पंचायत की स्वच्छ भारत मिशन की राजदूत भी हैं.


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