नई दिल्ली: कर्नाटक में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने मंगलवार को बताया कि कर्नाटक में एक चरण में 12 मई को वोट डाले जाएंगे, जबकि 15 मई को वोटों की गिनती होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने बताया कि राज्य की सभी चुनाव वीवीपीएटी मशीन से कराए जाएंगे.


उन्होंने कहा कि कर्नाटक में चार करोड़ 26 लाख वोटर्स हैं. वोटिंग के लिए 56 हजार मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। कर्नाटक में चुनाव के दौरान हिंसा और कानून को तोड़ने से रोकने के लिए सीआरपीएफ को तैनात करने का फैसला लिया है.


ओम प्रकाश रावत ने कहा कि अधिसूचना की तारीख 17 अप्रैल है और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 24 अप्रैल है. नामंकन पत्रों की जांच 25 अप्रैल को होगी और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 27 अप्रैल है. उन्होंने कहा कि राज्य में तत्काल प्रभाव से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है, जो केंद्र सरकार के लिए भी लागू होगी.


चुनाव आयोग के एलान के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि हम राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे. राज्य में फिलहाल कांग्रेस सत्ता में है. 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस के 122, बीजेपी के 43, जेडीएस के 34, बीएसआरसी के तीन, केजेपी के 2, केएमपी के एक और 8 निर्दलीय विधायक हैं.


नोटिफिकेशन- 17 अप्रैल


नॉमिनेशन की आखिरी तारीख- 24 अप्रैल


कागज़ात की जांच की आखिरी तारीख- 25 अप्रैल


नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख- 27 अप्रैल


वोटिंग- 12 मई


मतगणना- 15 मई


बीजेपी नेता के ट्विट पर विवाद


खास बात ये है कि चुनाव आयोग के एलान से पहले ही बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया. अमित मालवीय ने लिखा है कि 12 मई को वोट डाले जाएंगे और 18 मई को मतगणना होगी. अमित मालवीय आंशिक तौर पर सही साबित हुए. चुनाव आयोग ने 12 मई को वोटिंग और 15 मई को मतगणना का एलान किया.



जानकारी लीक होने को लेकर चुनाव आयोग ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है. चुनाव आयोग के इस बयान के बाद अमित मालवीय ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया है.


कांग्रेस ने अमित मालवीय के ट्विट के बाद चुनाव आयोग और बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को ये सीधी चुनौती है. प्रश्न यह है- 1.क्या संवैधानिक संस्थाओं का डेटा भी बीजेपी चुरा रही है? 2. क्या चुनाव आयोग श्री अमित शाह को नोटिस देगा और बीजेपी के IT सेल पर FIR दर्ज करवाएगा?''


कांग्रेस-बीजेपी में मुकाबल!


आपको बता दें कि 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल 28 मई को पूरा हो रहा है. उससे पहले राज्य में नई सरकार का गठन लाज़मी है. चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सूबे की राजनीति अब अपने चरम पर पहुंच जाएगी. सूबे में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी के बीच होने के आसार हैं. दोनों पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक फतह के लिए कमर कस चुके हैं.