Karnataka Assembly Election: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर ने गुरुवार (16 फरवरी) को स्वीकार किया कि अप्रैल-मई में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के सत्ता में आने की स्थिति में वह मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं. 


पांच बार के विधायक परमेश्वर ने तुमकुरु में कहा कि पार्टी के चुनाव जीतने के बाद पार्टी आलाकमान अगले सीएम के बारे में फैसला करेगा और कहा कि मौका दिए जाने की स्थिति में वह तैयार हैं.  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार और विधायक दल के नेता सिद्धरमैया कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में पहले से ही मुख्यमंत्री पद की महत्वाकांक्षाएं पाले हुए हैं और अपनी आकांक्षाओं को लेकर काफी मुखर भी हैं. 


दलित मुख्यमंत्री को लेकर क्या बोले? 
कांग्रेस के सत्ता में आने पर एक दलित को मुख्यमंत्री बनाये जाने की संभावना के संबंध में एक सवाल पूछे जाने पर परमेश्वर ने कहा, ‘‘हम किसी की जाति के आधार पर मुख्यमंत्री नहीं बनाते, उस समय की स्थिति में जो भी सक्षम होता है, जो भी पार्टी के अभियान और उसके सिद्धांतों को पूरा करने की क्षमता रखता है, उसके आधार पर सीएम चुना जाता है.  इसका चयन इसके आधार पर नहीं किया जाता कि कोई दलित है या अन्य जाति से है.’’


'मैं उनमें से एक हूं'
मुख्यमंत्री पद की उनकी इच्छा के बारे में पूछे जाने पर परमेश्वर  ने कहा, 'मैं राजनीति क्यों कर रहा हूं? सत्ता में आने के लिएय सभी की आकांक्षाएं होती हैं, हमारी पार्टी में लगभग 10 लोगों चाहते हैं, मैं भी उनमें से एक हूं.’’


परमेश्वर, एक दलित हैं और एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के दौरान उपमुख्यमंत्री थे.  उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लिए संभावनाएं 'बहुत अच्छी' हैं और विश्वास है कि पार्टी 100 फीसदी सरकार बनाएगी और ‘‘सभी सर्वेक्षण भी हमें आगे दिखा रहे हैं.’’


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