Karnataka Assembly Election: कर्नाटक चुनाव को लेकर जोर शोर से चल रही तैयारियों के बीच कांग्रेस ने मंगलवार (4 अप्रैल) को साफ किया कि पार्टी में कोई आंतरिक कलह नहीं है और मुख्यमंत्री पद को लेकर भी कोई विवाद नहीं है. पार्टी एकजुट और सभी मिलकर इलेक्शन लड़ रहे हैं. 


दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक के बाद कहा कि उन्होंने इंटरव्यू में बताया था कि वो भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और कर्नाटक कांग्रेस के चीफ डीके शिवकुमार भी सीएम बनना चाहते हैं, लेकिन हमारा टारगेट बीजेपी को हराना है और कांग्रेस की सरकार बनाना है. मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. मैंने कभी नहीं कहा कि कांग्रेस हाईकमान शिवकुमार से खुश नहीं है.


वहीं सिद्धारमैया की मौजूदगी में जब डीके शिवकुमार से कलह को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट कांग्रेस की सत्ता में वापसी करना है, हम राज्य को अच्छी सरकार देंगे. कांग्रेस पार्टी एक साथ है. मैं जानता हूं कि सिद्धारमैया के दिल में क्या है. मैं किसी से गुस्सा नहीं हूं. 


रणदीप सुरजेवाला ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता और कर्नाटक चुनाव के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी जानबूझकर गलत बयान दे रही है. कांग्रेस एक साथ है और हम किसी पद और सत्ता के लिए नहीं लड़ रहे है. उन्होंने दावा कि पार्टी को 150 सीटें मिलेगी. बीजेपी बूरी तरह हारेगी.


बता दें कि कांग्रेस मंगलवार (4 अप्रैल) तक कर्नाटक चुनाव के लिए दूसरी लिस्ट जारी कर सकती है. पार्टी ने 25 मार्च को अपने 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी थी. ऐसे में 100 और क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की जानी अभी बाकी है. 






मामला क्या है? 
सिद्धारमैया ने इंटरव्यू में सोमवार (3 अप्रैल) को कहा था कि वो और डीके शिवकुमार सीएम बनना चाहते हैं. चुनाव जीतने पर कांग्रेस हाई कमांड दखल नहीं देगी कि  कौन मुख्यमंत्री बनेगा? यह चुने हुए विधायक तय करेंगे कि कर्नाटक का अगला सीएम कौन होगा? यह सब पूरे लोकतांत्रिक तरीके से होगा.


बता दें कि कर्नाटक में 10 मई को एक ही चरण में चुनाव होना है. 13 मई को नतीजे आएंगे. यहां मुख्यतौर पर सत्तारूढ़ बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस और जेडीएस से है.


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