Rajiv Kumar Press Conference: देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार (11 मार्च) को बुजुर्ग और दिव्यांग वोटरों के लिए बड़ी सुविधा का ऐलान किया है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने ऐलान किया कि 80 वर्ष से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों और विकलांग लोगों को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट फ्रॉम होम का विकल्प मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस तरह की सुविधा पहली बार दी जाएगी.
आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, "कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2023 तक है, इसलिए नई विधानसभा होनी है और उससे पहले चुनाव संपन्न होने हैं." वोट फ्रॉम होम सुविधा को लेकर उन्होंने कहा, "पहली बार हम कर्नाटक में सभी 80 साल से ज्यादा उम्र के और विकलांग मतदाताओं को सुविधा प्रदान करने जा रहे हैं. यदि वे चाहें तो अपने घरों से भी मतदान कर सकते हैं."
वोट फ्रॉम होम का कैसे मिलेगा लाभ?
राजीव कुमार कहा, "बुजुर्ग और दिव्यांग वोटर्स का वोट लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम फॉर्म-12डी लेकर उनके घर पहुंचेगी. इस प्रक्रिया में भी पूरी गोपनीयता बरती जाएगी. पूरे प्रोसेस की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी." उन्होंने साफ कहा, "यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ तक नहीं जा सकते." राजीव कुमार ने कहा, "मतदान केंद्र तक आने के लिए मतदाताओं को प्रोत्साहित किया जाएगा."
उम्मीदवारों के लिए भी नया मोबाइल ऐप
राजीव कुमार ने कहा, "एक अन्य मोबाइल एप्लिकेशन ‘सुविधा’ विकसित की गई है, जो उम्मीदवारों के लिए नामांकन और शपथ पत्र दाखिल करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल है." कैंडिडेट्स मीटिंग और रैलियों की परमिशन लेने के लिए भी इस सुविधा पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं. इसके अलावा पहले की तरह राजनीतिक दलों को अपने पोर्टल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वोटर्स को बताना पड़ेगा कि उन्होंने क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले कैंडिडेट को क्यों चुना और चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया.
100 साल से ज्यादा उम्र के इतने वोटर
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में 5.21 करोड़ वोटर्स हैं जिनमें 2.59 महिलाएं हैं. 16,976 ऐसे वोटर्स हैं जिनकी उम्र 100 साल से ज्यादा है. 4,699 वोटर्स थर्ड जेंडर हैं और 9.17 लाख वोटर पहली बार वोट करने वाले हैं. 12.15 लाख से ज्यादा वोटर्स 80 साल के हैं और 5.55 वोटर्स दिव्यांग हैं.