Karnataka Assembly Elections: राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने सोमवार (8 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस पर किए हमले का जवाब दिया. पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान राज्य को देश के बाकी हिस्सों से अलग करने की वकालत करने का आरोप लगाया था. सिब्बल ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि पीएम ने कहा कांग्रेस शाही परिवार चाहता है कि कर्नाटक भारत से "अलग" हो जाए, लेकिन मोदी जी देश ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी को भारत के लिए खून बहाते देखा है. ऐसे में क्या एनसीईआरटी से उन तथ्यों को भी मिटाना है?


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 7 मई को मैसूर में जनसभा संबोधित कर रहे थे. जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का शाही परिवार कर्नाटक को देश से अलग करना चाहता है. साथ ही ऐसे काम करते हैं जिससे बार-बार संप्रभुता का अपमान होता है. ऐसे में वो राज्य की 'संप्रभुता' की रक्षा करना चाहते हैं. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हुबली में एक रैली को संबोधित करने के एक दिन बाद पीएम मोदी ने पार्टी पर हमले किए हैं. 


चुनाव आयोग पर साधा था निशाना
इसके एक दिन पहले कपिल सिब्बल ने कांग्रेस पार्टी को नोटिस जारी करने को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा था. उन्होंने 7 मई को चुनाव आयोग को कहा था कि आयोग को पीएम मोदी से भी कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों को लेकर सबूत मांगना चाहिए. आयोग ने कांग्रेस की ओर से एक विज्ञापन में बीजेपी के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सबूत मांगे थे.


कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ अखबारों में 'भ्रष्टाचार रेट कार्ड' विज्ञापन प्रकाशित किया था. जिसके बाद बीजेपी की तरफ से शिकायत दर्ज कराने के बाद आयोग ने नोटिस जारी किया. जिसको लेकर पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ये सवाल खड़ा किया. 


बीजेपी की लूट का करेगी अंत
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सोमवार (8 मई) को पोस्ट किया गया कि सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 6.5 करोड़ कन्नडिगों को एक कड़ा संदेश भेजा है. कांग्रेस किसी को भी कर्नाटक की प्रतिष्ठा, संप्रभुता या अखंडता के लिए खतरा पैदा करने की अनुमति नहीं देगी. साथ ही पार्टी बीजेपी की लूट का अंत करेगी और 6.5 करोड़ कन्नडिगों का हक वापस करेगी.


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