Karnataka Election 2023: कर्नाटक में स्मृति ईरानी ने पढ़ी हनुमान चालीसा, कहा- 'धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं'
Karnataka Assembly Election 2023: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया, ये जो बयान है रहमान खान का दरअसल ये रहमान खान नहीं बोल रहे हैं. कांग्रेस की यही सोच है.
Karnataka Assembly Election 2023: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार पर केंद्रीय मंत्री जमकर बरसीं. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अल्पसंख्यक मंत्री रहमान खान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान नहीं है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने हनुमान चालिसा का भी पाठ कया.
स्मृति ईरानी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, पीएम पर कुछ दिनों से नहीं, बल्कि जब से वो प्रधान सेवक बने हैं तब से उन पर हमले हो रहे हैं. रहमान खान के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, रहमान खान यही वो व्यक्ति है जिसने कहा था कि सभी मुसलमानों को एक हो जाना चाहिए ताकि लिंगायत मुख्यमंत्री को हराया जा सके.
'गांधी परिवार के इशारे पर दिए जाते हैं ये बयान'
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ये रहमान खान नहीं जो बोल रहे हैं दरअसल ये कांग्रेस है, कांग्रेस की यही सोच है. उन्होंने कहा, देश को ये देखना चाहिए कि गांधी खानदान के इशारे पर कांग्रेस की क्या सोच है. ईरानी ने दावा किया है, रहमान खान गांधी खानदान के इशारे पर ये बोल रहा है.
धर्म के आधार पर नहीं दे सकते हैं किसी को आरक्षण
रहमान खान के आरक्षण बढ़ाने वाले बयान पर स्मृति ईरानी ने कहा, ये किसके इशारे पर बोला जा रहा है? क्या ये श्रीमती सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी या फिर श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के इशारे पर किया जा रहा है. उन्होंने कहा, जब उनकी सरकार आएगी तो आरक्षण बढ़ा देंगे. वैसे संविधान के मुताबिक धर्म का आधार पर किसी को आरक्षण दिया ही नहीं जा सकता.
वहीं सुरजेवाला के बयान पर केंद्रीय मंत्री ने बयान दिया, पहले वो अपने ट्वीट से हनुमान की स्पेलिंग ठीक कर ले और भी बताए की गांधी परिवार को मूर्ति पूजा से परहेज क्यों है?
किसने खरीदी दो करोड़ की पेटिंग?
वहीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को निशाने पर लेते हुए ईरानी ने कहा, पद्म पुरस्कार दिलाने के लिए एक बैंकर को दो करोड़ में अपनी पेंटिंग किसने बेची थी. उन्होंने कहा, वो व्यक्ति पहले ये बताए कि उसने ऐसा किया था कि नहीं. क्योंकि जिस बैंकर ने यह बात कही थी उसने खुद इस बात को कबूला है.