शिवमोगा: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि वह दलितों और आदिवासियों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को निष्क्रिय बनाये जाने जैसे मुद्दों पर एक भी शब्द क्यों नहीं बोल रहे हैं.’ उन्होंने चुनावी राज्य कर्नाटक में अपनी पांचवें चरण की यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही.


राहुल गांधी ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कथित तौर पर कमजोर किये जाने के खिलाफ कल हुए प्रदर्शनों के दौरान देश के उत्तरी भाग में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की. इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान हुए प्रदर्शनों ने देश के कई स्थानों पर हिंसक मोड़ ले लिया. इस वजह से नौ लोगों की जान चली गयी और सैकड़ों लोग जख्मी हो गए.


कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ रोहित वेमुला की हत्या हो जाती है. उना( गुजरात) में दलितों को पीटा जाता है लेकिन प्रधानमंत्री इस पर एक शब्द भी नहीं बोलते हैं. दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में वृद्धि हुई है और अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति कानून को शिथिल कर दिया गया है. पीएम मोदी ने एक भी शब्द नहीं बोला.’’


राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान कर्नाटक में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उन्नयन के लिए किए गए राज्य सरकार के कामों की तुलना मोदी सरकार के इस दिशा में किये गए कार्यों से की. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार द्वारा इन समुदायों के लोगों के कल्याण के लिए जारी किये गए धन का आधा हिस्सा अकेले कर्नाटक ने खर्च किया है.


सीबीएसई के पेपर लीक होने और कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों के  लीक  होने को लेकर भी राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इन मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री चुप रहे. इस मुद्दे पर कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने परीक्षा की तैयारी को लेकर एक किताब (एग्जाम वॉरियर्स) भी लिखी और इस संबंधों में बच्चों को दो घंटे का व्याख्यान भी दिया.


कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बच्चों ने उनके सुझावों को गंभीरता से लिया और अपने माता- पिता की मदद से परीक्षा की तैयारी की लेकिन जब वे परीक्षा देने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि प्रश्न पत्र के लीक होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गयी है.


राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ मोदी भले ही प्रश्न पत्र लीक को रोकने में विफल रहे हों लेकिन वह बच्चों को परीक्षा की तैयारी के बारे में फिर से व्याख्यान दे सकते हैं और उन्हें बता सकते हैं कि परीक्षा के दौरान क्या करें और क्या ना करें.’’ उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि एक तरफ प्रश्न पत्र लीक हो रहे हैं और दूसरी तरफ चुनाव कार्यक्रम लीक हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा लगता है कि आरएसएस ने मोदी को यह सिखाया है कि उन्हें भाषण देने पर अधिक जोर देना चाहिए. आरएसएस ने उन्हें खड़ा होना, लाठी पकड़ना, निकर पहनना और झूठ बोलना सिखाया है. मेरे ख्याल से प्रधानमंत्री को अब इस बात का अहसास हो गया है कि नफरत, लाठी, भाषणों और झूठे वादों से देश नहीं चलाया जा सकता.’’


कांग्रेस अध्यक्ष ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ प्रधानमंत्री के झूला झूलने के बावजूद भारत और चीन के बीच जारी डोकलाम विवाद पर भी चुटकी ली. उन्होंने कहा, ‘‘ मोदी और चीन के राष्ट्रपति ने एकसाथ झूला झूला. इसके बाद राष्ट्रपति ने जवाब दिया कि मैंने झूले का मजा लिया अब मैं डोकलाम आ रहा हूं.’’  उन्होंने कहा, ‘‘ चीन डोकलाम में सड़क और हवाई अड्डों का निर्माण कर रहा है लेकिन मोदी अब भी झूला ही झूल रहे हैं. 56 इंच के सीने वाले व्यक्ति ने चीन के डोकलाम में प्रवेश पर एक शब्द नहीं बोला.’’


राहुल गांधी ने बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख बीएस येदियुरप्पा पर भी जमकर निशाना साधा, जिन्हें पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जा रहा है.’’  शिवमोगा येदियुरप्पा का गृह जिला है.