कर्नाटक विधानसभा चुनाव: पुराने मैसूर क्षेत्र से सिद्धारमैया को लगेगा जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा: अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष ने मैसूर के लोगों से कहा कि वे एक 'कमीशन सरकार' और कर्नाटक को विकास के पथ पर ले जाने वाली सरकार के बीच चुनाव करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक रैली में सिद्धारमैया सरकार को ‘10 फीसदी कमीशन सरकार’ करार दिया था.
मैसूर: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनावों में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) को पुराने मैसूर क्षेत्र से अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा लगेगा. बीजेपी की ‘नव शक्ति समावेश’ रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘ कहा जाता है कि बीजेपी यहां (पुराने मैसूर क्षेत्र में) थोड़ी कमजोर है, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं का काम देखने के बाद मुझे उम्मीद है कि सिद्धारमैया जी और जेडीएस को इस (पुराने) मैसूर क्षेत्र से अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा सदमा लगेगा.’’
अमित शाह ने आज पुराने मैसूर क्षेत्र से अपने दौरे की शुरुआत की, जहां पिछले चुनाव में बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी. अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान शाह मैसूर, चामराजनगर, मांड्या और रामनगर जिलों का दौरा करने वाले हैं. वोक्कालिंगा समुदाय का प्रभाव क्षेत्र माने जाने वाले इन चार जिलों की कुल 26 विधानसभा सीटों में से बीजेपी 2013 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सकी थी.
इसके अलावा, यह मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का गृह क्षेत्र है. सिद्दरमैया मैसूर के रहने वाले हैं. पुराने मैसूर में मुकाबला मुख्य रूप से कांग्रेस और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा की अगुवाई वाली जेडीएस के बीच माना जा रहा है. शाह ने कहा कि जेडीएस नहीं बल्कि बीजेपी में सिद्धारमैया की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का माद्दा है, क्योंकि देवगौड़ा की पार्टी तो बस यहां- वहां कुछ सीटें हासिल करेगी.
बीजेपी अध्यक्ष ने मैसूर के लोगों से कहा कि वे एक 'कमीशन सरकार' और कर्नाटक को विकास के पथ पर ले जाने वाली सरकार के बीच चुनाव करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में एक रैली में सिद्धारमैया सरकार को ‘10 फीसदी कमीशन सरकार’ करार दिया था.
अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी सिद्धारमैया को हटाकर येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री ही नहीं बनाना चाहती, बल्कि ऐसा बदलाव भी लाना चाहती है जिससे कर्नाटक को विकास के पथ पर ले जाया जा सके. इस हफ्ते की शुरूआत में दावणगेरे में अपनी जुबान फिसलने की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सिद्धारमैया के भ्रष्टाचार का जिक्र करते वक्त अपने संबोधन में गलती कर दी थी, लेकिन राज्य की जनता ऐसी गलती नहीं करेगी, क्योंकि वे सिद्धारमैया के शासन को अच्छी तरह जानते हैं.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ सिद्धारमैया और राहुल गांधी सिद्धारमैया के भ्रष्टाचार के बारे में बोलते वक्त मुझसे हुई गलती पर काफी खुश थे. मैंने गलती की थी, लेकिन कर्नाटक के लोग ऐसी गलती नहीं करेंगे, क्योंकि वे सिद्धारमैया सरकार को बहुत अच्छी जान गए हैं.’’ दावणगेरे में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सिद्धारमैया सरकार को‘‘ सबसे भ्रष्ट’’ बताने की कोशिश में उन्होंने‘‘ येदियुरप्पा’’ सरकार का जिक्र कर दिया था. बहरहाल, बीजेपी सांसद प्रहलाद जोशी की ओर से गलती की तरफ ध्यान दिलाने के बाद अमित शाह ने अपनी गलती सुधार ली थी.