बेंगलुरू: कर्नाटक में चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बीएस येदियुरप्पा सोमवार को बहुमत साबित करेंगे. इससे ठीक एक दिन पहले स्पीकर रमेश कुमार ने कांग्रेस-जेडीएस के 14 बागी विधायकों को अयोग्य ठहरा दिया है. स्पीकर ने 25 जुलाई को 3 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की थी.


यानि अब तक कुल 17 विधायकों आर शंकर (केपीजेपी विधायक जिसने कांग्रेस के साथ विलय किया था), रमेश जर्किहोली (कांग्रेस), महेश कुमठल्ली (कांग्रेस), आनंद सिंह (कांग्रेस), प्रताप गौड़ा पाटिल (कांग्रेस), बीसी पाटिल (कांग्रेस), शिवराम हेब्बार (कांग्रेस), एस टी सोमशेखर (कांग्रेस), बायरती बसवराज (कांग्रेस), रोशन बैग (कांग्रेस), मुनीरतना (कांग्रेस), के सुधाकर (कांग्रेस), एमटीबी नागराज (कांग्रेस), श्रीमंत पाटिल (कांग्रेस) और ए एच विश्वनाथ (जेडीएस), नारायण गौड़ा (जेडीएस), के गोपलाईया (जेडीएस) को अयोग्य घोषित किया गया है.


इन 17 विधायकों को अयोग्य ठहराने के बाद बीजेपी के लिए फ्लोर टेस्ट की राह आसान हो गई है. इससे पहले बीजेपी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी. स्पीकर ने कहा कि मौजूदा हालात में उन पर बेहद दबाव है. मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने उन्हें अपनी देख रेख में विश्वास मत प्रक्रिया पूरी कराने के लिए कहा है.


रमेश कुमार ने कहा, ‘‘येदियुरप्पा ने मुझसे कहा है कि सोमवार को अपनी देखरेख में विश्वास मत कराएं. फाइनेंस बिल भी 31 जुलाई को पास होना है, इसलिए मैं सभी विधायकों से विश्वास मत प्रस्ताव के दौरान मौजूद रहने की अपील करता हूं. हम कहां पहुंच चुके हैं? स्पीकर के नाते मौजूदा हालात में मुझ पर काफी दबाव है. इन सब चीजों ने मुझे तनाव के समंदर में धकेल दिया है.’’


बीजेपी की तरफ से रमेश कुमार को पद छोड़ने के लिए कह दिया गया है, जो पारंपरिक रूप से सत्तारूढ़ दल के किसी सदस्य के पास होता है. यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा. दूसरी ओर जीडीएस के बीजेपी को समर्थन देने की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने इस पर फुलस्टॉप लगा दिया है और कहा कि जेडीएस विपक्ष की भूमिका निभाएगा.


17 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के बाद कर्नाटक के विधानसभा की स्थिति कुछ इस तरह है- बीजेपी के पास अपने कुल 105 विधायक हैं जबकि एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन प्राप्त है. ऐसे में संख्या 106 हो जाती है. वहीं कांग्रेस के पास 79 और जेडीएस के 37 थे. जिनमें से 13 कांग्रेस के और 3 जेडीएस के विधायकों को अयोग्य घोषित किया गया है. जिसके बाद कांग्रेस की संख्या 66 और जेडीएस की संख्या 34 हो गई है.


यानी गठबंधन के पास स्पीकर को मिला कर 100 है. लेकिन स्पीकर केवल टाई होने पर ही वोट कर सकते हैं. ऐसे में गठबंधन की संख्या 99 है.


विधानसभा की स्थिति- 224+1 (नामांकित)= 225


224 - 17 अयोग्य= 207


बहुमत के लिए - 104


BJP (105) + 1 निर्दलीय = 106


कांग्रेस+ जेडीएस= 99


हाउस में नंबर से साफ है की बीजेपी की राह बिल्कुल आसान है और येदियुरप्पा अपनी कुर्सी बचाने में पूरी तरह से सफल होंगे. हालांकि सवाल अब इन 17 विधायकों के अयोग्य ठहराने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य पर खड़ा हो गया है. ऐसे में सूत्रों की मानें तो यह विधायक सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.


कर्नाटक: स्पीकर ने आज बागी 14 विधायकों को अयोग्य करार दिया, फिलहाल नहीं लड़ सकेंगे चुनाव