बेंगलूरु: आज शाम तक फैसला हो जाएगा कि कर्नाटक में बीजेपी की सरकार रहेगी या जाएगी. मुख्यमंत्री बी एस येदुरप्पा को आज शाम चार बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करना है. बीजेपी के पास फिलहाल बहुमत नहीं है, लेकिन वो नंबर होने का दावा कर रही है. अगर बीजेपी बहुमत परीक्षण में हार जाती है तो येदुरप्पा को इस्तीफा देना होगा. बेंगलूरु में कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होगी. उसके बाद प्रोटेम स्पीकर सभी सदस्यों को शपथ दिलाएंगे.


17 मई को ली थी येदुरप्पा ने शपथ


17 मई को ही येदुरप्पा ने शपथ ली थी. राज्यपाल ने येदुरप्पा को 15 दिन में बहुमत परीक्षण को कहा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने ये मियाद घटाकर 48 घंटे कर दी. आज शाम फैसला हो जाएगा कि कांग्रेस और जेडीएस के पास बहुमत है या फिर बीजेपी के येदुरप्पा के पास.


हैदराबाद से बेंगलुरू रवाना हुए विधायक


कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को फिर से बेंगलुरू लाया जा रहा है. ये विधायक कल से हैदराबाद के होटल ताज में थे. इन्हें तोड़फोड़ के डर से बस में बिठाकर हैदराबाद लाया गया था. अब कल रात इन्हें फिर से बेंगंलुरू के लिए रवाना कर दिया गया. ये विधायक आज बहुमत परीक्षण में शामिल होंगे. कांग्रेस और जेडीएस का दावा है कि उनके विधायक उनके साथ हैं.


विधायक हमारे साथ- कुमारस्वामी


जेडीएस के मुखिया कुमारस्वामी भी निश्चिंत हैं कि बहुमत उन्हीं के पास है और हार येदुरप्पा की ही होगी. कुमारस्वामी ने कहा है कि उनके विधायक उनके साथ हैं.


अब प्रोटेम स्पीकर पर भी छिड़ी लड़ाई


कर्नाटक में अब प्रोटेम स्पीकर पर भी लड़ाई छिड़ गई है. बोपैय्या को प्रोटेम स्पीकर बनने से बीजेपी के पास अब 103 विधायक हैं. ऐसे में अब हाउस 221 का हो गया है. बहुमत के लिए बीजेपी का 111 चाहिए. बोपैय्या की नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई होगी.


कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में डाली अर्जी


बोपैय्या को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की है. कांग्रेस का कहना है कि परंपरा के मुताबिक सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए, कांग्रेस के विधायक आर वी देशपांडे सबसे सीनियर हैं. अगर सुप्रीम कोर्ट कै फैसला बीजेपी के अनुकूल रहा तो प्रोटेम स्पीकर बोपैय्या ही नए विधायकों को शपथ दिलाएंगे.


कौन हैं के जी बोपैय्या?


बीजेपी के वरिष्ठ नेता के जी बोपैय्या कर्नाटक विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर बनाए गए हैं. 63 साल के बोपैय्या साल 2008 में भी प्रोटेम यानी अस्थाई स्पीकर रह चुके हैं. बोपैय्या साल 2009 से 2013 तक कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रहे हैं. कर्नाटक की विराजपेट विधानसभा से जीतकर आए बोपैय्या को येदुरप्पा का बेहद करीबी माना जाता है.


बीजेपी कैसे साबित करेगी बहुमत?


एक प्रोटेम स्पीकर बनने से बीजेपी के पास अब 103 विधायक हैं. ऐसे में अब हाउस 221 का हो गया है. बहुमत के लिए बीजेपी का 111 चाहिए.


पहला विकल्प- संभावित आंकड़ा


बीजेपी 103+ निर्दलीय 2 + कांग्रेस बागी 10 + जेडीएस बागी 2 = 117. यानी बहुमत से ज्यादा. कांग्रेस और जेडीएस के बागी अगर सदन में आते हैं और वोटिंग में शामिल होते हैं तो उनकी सदस्यता खतरे में पड़ जाएगी. लेकिन सरकार बच जाएगी. वैसे ये काम 2 निर्दलीय और 6 बागियों से भी चल जाएगा.


दूसरा विकल्प


कथित 12 बागी विधायक कल सदन में आएं लेकिन शपथ न लें. ऐसे में हाउस 12 कम होकर 209 हो जाएगा और बहुमत का आंकड़ा 105 रहेगा. तब बीजेपी 2 निर्दलीय के साथ बहुमत साबित कर देगी.


तीसरा विकल्प


सभी विधायक शपथ ले लें और जब सदन में वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो तो शोर शराबा और हंगामा शुरू हो जाए. इसका असर ये होगा कि प्रोटेम स्पीकर अपने अधिकार का इस्तेमाल कर कुछ विधायकों को बाहर करवा सकते हैं. ऐसे विधायकों की संख्या 12 या उससे अधिक जरूरी है. तब मौजूदा सदन के हिसाब से वोटिंग होगी और सरकार बच जाएगी.


चौथा विकल्प


सारी प्रक्रिया सामान्य तरीके से हो और कांग्रेस, जेडीएस के विधायक न टूटे. ऐसे में बीजेपी 103 पर रह जाएगी और सरकार गिर जाएगी.


पांचवां विकल्प


बहुमत नहीं मिलता देख शपथ ग्रहण के बाद येदुरप्पा भाषण दें और बिना वोटिंग के इस्तीफे का एलान कर दें और राजभवन जाकर इस्तीफा दे आएं. साल 1996 में केंद्र में वाजपेई के समय में ऐसा ही हुआ था.